iGrain India - सिडनी। हालांकि वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया प्रान्त ऑस्ट्रेलिया का सबसे प्रमुख गेहूं निर्यातक राज्य है लेकिन उत्पादन में कमी आने तथा चीन की मांग कमजोर पड़ने से इसके निर्यात की गति धीमी पड़ गई है। हाल के सप्ताहों में चीन के आयातकों की सक्रियता घटने से वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया में गेहूं के दाम में 30 डॉलर प्रति टन तक की गिरावट आ गई है।
ग्रेन इंडस्ट्री एसोसिएशन के अनुसार वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया प्रान्त में 2022-23 सीजन के दौरान गेहूं का उत्पादन उछलकर 139.30 लाख टन के नए रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया था। लेबिन 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन में यह घटकर 76.50 लाख टन पर सिमट जाने का अनुमान है। ऊंचे दाम के कारण चीन ने उसके निर्यातकों से गेहूं की खरीद धीमी कर दी है। अब अप्रैल के अंतिम दिनों की डिलीवरी के लिए उसके निर्यातकों के पास कोरिया एवं जापान का कुछ आर्डर बचा हुआ है जबकि दक्षिण-पूर्व एशिया के देशो के साथ संयुक्त उद्यम के तहत भी कुछ करार हुआ है।
शुष्क मौसम के कारण इस बार वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के गेहूं में प्रोटीन का अंश सामान स्तर से ऊंचा देखा जा रहा है जिससे कुछ आयातक क्षेत्रो ने पहले इसकी खरीद में दिलचस्पी दिखाई थी। वहां निर्यातक अब केवल चीन के बाजार पर ही निर्भर नहीं रहना चाहते है क्योंकि इससे बाजार विविधीकरण में कठिनाई हो रही है। वैसे भी चीन के आयातक ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया प्रान्त में उत्पादित कम प्रोटीन अंश वाले गेहूं की खरीद में ज्यादा सक्रियता दिखने लगे है चीन में वहां से गेहूं का भारी आयात होने की संभावना है।
समझा जाता है कि चीन में ऑस्ट्रेलिया, कनाडा एवं अमरीका से आयातित गेहूं का विशाल स्टॉक उसके बंदरगाहों पर पड़ा हुआ है जिससे लॉजिस्टिक की गंभीर समस्या उतपन्न हो गई है। इसके फलस्वरूप उसके आयातकों को गेहूं के आयात की गति धीमी रखने और कुछ ऊंचे दाम वाले अनुबंधों को कैंसिल करने के लिए विवश होना पड़ रहा है।