नई दिल्ली, 6 जून (आईएएनएस)। एक शोध में यह बात सामने आई है कि एनर्जी ड्रिंक्स पीने वालों में हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है, खास कर 'कार्डियक एरिथमिया' का खतरा जो एक अनियमित हार्ट बीट कंडीशन है।अमेरिका के मेयो क्लिनिक के शोधकर्ताओं ने कहा कि इन पेय पदार्थों में कैफीन की मात्रा अधिक होने तथा अतिरिक्त अनियमित तत्वों के कारण हार्ट रेट, ब्लड प्रेशर और कार्डियक कांट्रैक्टिलिटी (हृदय संकुचनशीलता) में परिवर्तन हो सकता है।
शोध में कहा गया कि एनर्जी ड्रिंक्स में प्रति सर्विंग 80 मिलीग्राम से 300 मिलीग्राम तक कैफीन होता है, जबकि 8 औंस के ब्रू कॉफी के कप में 100 मिलीग्राम होता है।
हालांकि, इनमें से कई एनर्जी ड्रिंक्स में कैफीन के अतिरिक्त टॉरिन और ग्वाराना जैसे उत्तेजक पदार्थ शामिल होते हैं, जिन पर अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया है।
हार्ट रिदम पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन में मेयो क्लिनिक में अचानक हृदयाघात से बचे 144 लोगों के एक समूह का परीक्षण किया गया, जिनमें से सात रोगियों (5 प्रतिशत) ने हृदयाघात के समय एक या एक से अधिक एनर्जी ड्रिंक्स का सेवन किया था।
क्लिनिक के जेनेटिक कार्डियोलॉजिस्ट माइकल जे. एकरमैन ने कहा, "एनर्जी ड्रिंक्स का असामान्य सेवन संभवतः अन्य कारकों के साथ मिलकर जोखिम कारकों का एक ऐसा तूफान पैदा करता है, जिससे रोगियों की अचानक से हृदय गति रुक जाती है।"
माइकल ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में एनर्जी ड्रिंक्स मार्किट में लगातार वृद्धि हुई है।
शोधकर्ताओं ने कहा, ''हालांकि शोध में इसके प्रत्यक्ष कारण सामने नई आए, लेकिन फिर भी डॉक्टरों ने सावधानी बरतते हुए एनर्जी ड्रिंक्स के कम सेवन करने की सलाह दी हैै।''
शोधकर्ता ने कहा, 'यह कैफीन की खपत और इन पेय पदार्थों में अतिरिक्त अनियमित अवयवों के संभावित संयुक्त प्रभावों के बारे में चिंता पैदा करता है।''
--आईएएनएस
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