मुंबई, 1 सितंबर (आईएएनएस)। बीते सप्ताह मुख्य सूचकांकों में डेढ़ फीसदी से ज्यादा की तेजी के साथ रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने वाले घरेलू शेयर बाजारों पर आने वाले सप्ताह में पहली तिमाही के जीडीपी और अगस्त के पीएमआई आंकड़ों का असर दिख सकता है।बाजार में पिछले सप्ताह तेजी का रुख रहा। विदेशी निवेशकों की शुद्ध लिवाली से बीएसई का सेंसेक्स 1.58 प्रतिशत की साप्ताहिक बढ़त के साथ शुक्रवार को 82,365.77 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 1.66 फीसदी की तेजी के साथ 25,235,90 अंक पर बंद हुआ। दोनों सूचकांक 30 अगस्त को बीच कारोबार में क्रमशः 82,637.03 अंक और 25,268.35 अंक के नये रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने में कामयाब रहे।
विदेशी संस्थागत निवेशकों ने अगस्त में भारतीय इक्विटी में 7,320.12 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा नीतिगत ब्याज दरों में कटौती की संभावना को देखते हुए आने वाले सप्ताह में भी लिवाली बने रहने की उम्मीद है।
इसके अलावा बाजार पर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के शुक्रवार शाम जारी हुए आंकड़ों का असर भी देखा जा सकता है। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी विकास दर 6.7 प्रतिशत रही है। हालांकि, यह 15 महीने का निचला स्तर है, लेकिन इसके बावजूद दुनिया के बाकी देशों की तुलना में विकास की रफ्तार काफी मजबूत है।
आने वाले सप्ताह में विनिर्माण और सेवा क्षेत्र के पीएमआई के आंकड़े भी जारी होने हैं जो निवेशकों की धारणा को प्रभावित कर सकते हैं।
बीते सप्ताह मझौली और छोटी कंपनियों ने बड़ी कंपनियों की तुलना में कम रिटर्न दिया। निफ्टी मिडकैप 100 सूचकांक 1.24 फीसदी की साप्ताहिक तेजी के साथ अंतिम कारोबारी दिवस पर 59,286.65 अंक पर और निफ्टी स्मॉलकैप 250 सूचकांक 0.91 प्रतिशत चढ़कर 18,170.25 अंक पर बंद हुआ।
मानसून की अच्छी बारिश को देखते हुए बाजार में ओवरऑल निवेश धारणा आने वाले समय को लेकर सकारात्मक बनी हुई है। यदि वैश्विक स्तर पर कोई बड़ा उथल-पुथल नहीं होता है तो अगले सप्ताह भी शेयर बाजारों में तेजी जारी रहने की उम्मीद है।
--आईएएनएस
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