iGrain India - तिरुअनंतपुरम। उपग्रह से प्राप्त चित्र से पता चलता है कि वर्षा से युक्त बदलो का फैलाव श्रीलंका के पश्चिमी तट से लेकर तमिलनाडु के तटीय तथा आंतरिक भाग तक मौजूद है जिससे वहां अगले छह दिनों तक कहीं रुक-रुक क्रर, कहीं सामन्य तो कहीं भारी बारिश हो सकती है। इसके आलावा 11 से 13 नवंबर तक आंध्र-प्रदेश के तटीय भाग, यानम तथा रायल सीमा और 13-14 नवंबर से केरल तथा माही में भारी वर्षा होने की उम्मीद है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले सप्ताह तमिलनाडु एवं श्रीलंका तट के समीप कम दाब का एक क्षेत्र विकसित होने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि 8 नवंबर की सुबह तक के 24 घंटे के दौरान तमिलनाडु, पांडिचेरी तथा कराईकल में कहीं-कहीं जोरदार बारिश हुई। श्रीलंका तट के पास बंगाल की खाड़ी के ऊपर जो साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना था उसके सक्रिय होने के कारण यहां वर्षा हुई। आज भी वहां जोरदार होने का अनुमान लगाया गया है जबकि कुछ इलाको में गरज-चमक के साथ बौछार पड़ने की की संभावना है हवा की गति 35 से 45 कि०मी० प्रतिघंटा रह सकती है।
तमिलनाडु के दक्षिणी भाग तथा केरल के ऊपर वाले बादल घटाए हुए है जिससे वहां मूसलाधार बारिश होने के आसार है। इससे बागनी फसलों के प्रभावित होने की आशंका है दक्षिणी राज्यों में उत्तर-पूर्व मानसून सक्रिय है और कमोबेश चालू वर्ष के अंत तक इसकी सक्रियता बरकरार रहने की संभावना है। केरल के तिरुअनंतपुरम, श्रीलंका के जाफना, मन्नार, पुट्टालय तथा नेगोम्बो में बारिश का सिलसिला अभी जारी है।