नई दिल्ली, 28 सितम्बर (आईएएनएस)। चंडीगढ़ अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे को बुधवार को आधिकारिक तौर पर शहीद भगत सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के रूप में उनकी 115वीं जयंती पर महान स्वतंत्रता सेनानी को श्रद्धांजलि के रूप में नामित किया गया।चंडीगढ़ हवाईअड्डा भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के अंतर्गत आता है। चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड एएआई, पंजाब सरकार और हरियाणा सरकार का एक संयुक्त उद्यम है। वर्तमान में, हवाईअड्डा अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली, गोवा, हैदराबाद, जयपुर, कांगड़ा, कोलकाता, कुल्लू, लेह, लखनऊ, मुंबई, पटना, पुणे और श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर), अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह शहर दुबई और शारजाह से जुड़ा हुआ है।
हवाईअड्डे ने 2021-2022 में 17,936 अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों और 2,271,233 घरेलू यात्रियों को संभाला। इसके अलावा, वित्तीय वर्ष 2021-2022 में हवाईअड्डे ने लगभग 11,000 मीट्रिक टन घरेलू एयर कार्गो को भी संभाला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 सितंबर को अपने मासिक मन की बात रेडियो प्रसारण के दौरान कहा था कि महान स्वतंत्रता सेनानी को श्रद्धांजलि के रूप में हवाईअड्डे का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखा जाएगा।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हरियाणा के राज्यपाल, बंडारू दत्तात्रेय, पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक, बनवारीलाल पुरोहित, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में पट्टिका का अनावरण किया।
सभा को संबोधित करते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा, आजादी का अमृत महोत्सव आज देश के कोने-कोने में पहुंच रहा है। हर बार जब हम अपने योग्य स्वतंत्रता सेनानियों के चेहरे देखते हैं, हमारे सार्वजनिक भवनों पर उनके नाम, हम उनकी पीढ़ियों द्वारा किए गए बलिदानों को याद करते हैं।
दर्शकों को संबोधित करते हुए नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री वी.के. सिंह ने कहा कि भगत सिंह के नाम पर चंडीगढ़ हवाईअड्डे का नामकरण पूरे देश के लिए एक प्रतिष्ठित क्षण है।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र से चंडीगढ़ के शहीद भगत सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से और अधिक अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने का आग्रह किया ताकि दुनिया भर में पंजाबी प्रवासियों की सुविधा हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया भर से पंजाब के प्रवासी राज्य से कनाडा, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और दुनिया के अन्य हिस्सों के लिए हवाई संपर्क सुनिश्चित करने के लिए ऐसी उड़ानों की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब के यात्रियों के अलावा इन उड़ानों से हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और अन्य राज्यों के यात्रियों को भी लाभ होगा।
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