iGrain India - नई दिल्ली। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) एवं उसकी सहयोगी प्रांतीय एजेंसियों द्वारा चालू रबी मार्केटिंग सीजन 15 मई 2025 तक राष्ट्रीय स्तर पर कुल 294.62 लाख टन गेहूं खरीदा गया
जो पिछले साल की समान अवधि की खरीद 257.50 लाख टन से करीब 14 प्रतिशत ज्यादा और कुल संशोधित खरीद लक्ष्य 332.70 लाख टन का 88.60 प्रतिशत है। पंजाब तथा हरियाणा में खरीद की अवधि 15 मई को ही समाप्त हो गई जबकि अन्य राज्यों में खरीद जारी है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार पिछले साल के मुकाबले चालू वर्ष के दौरान गेहूं की खरीद पंजाब में 123.50 लाख टन से घटकर 119.30 लाख टन, हरियाणा में 71 लाख टन से फिसलकर 70.80 लाख टन पर अटक गया
लेकिन उत्तर प्रदेश में 9 लाख टन से सुधरकर 10 लाख टन, मध्य प्रदेश में 45.90 लाख टन से उछलकर 77.80 लाख टन, राजस्थान में 8.40 लाख टन से बढ़कर 16.50 लाख टन बिहार में 9 हजार टन से बढ़कर 16 हजार टन पर पहुंच गया। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान एवं बिहार में गेहूं की खरीद अभी हो रही है।
जहां तक संशोधित लक्ष्य का सवाल है तो सभी प्रमुख उत्पादक राज्यों में गेहूं की सरकारी खरीद उससे पीछे चल रही है। उदाहरणस्वरूप पंजाब में 124 लाख टन के नियत लक्ष्य के मुकाबले 119.30 लाख टन, हरियाणा में 75 लाख टन के लक्ष्य की तुलना में 70.80 लाख टन,
मध्य प्रदेश में 80 लाख टन के लक्ष्य के सापेक्ष 77.80 लाख टन, उत्तर प्रदेश में 30 लाख टन के लक्ष्य की तुलना में 10 लाख टन तथा राजस्थान में 20 लाख टन के लक्ष्य के मुकाबले 16.50 लाख टन गेहूं खरीदा गया। बिहार और गुजरात में भी खरीद बहुत कम हुई है।
उपरोक्त आंकड़ों से ज्ञात होता है कि इस बार केन्द्रीय पूल में गेहूं का सर्वाधिक योगदान देने वाले राज्यों की सूची में पंजाब प्रथम स्थान पर बरकरार रहा जबकि हरियाणा को तीसरे स्थान पर धकेल कर मध्य प्रदेश दूसरे नम्बर पर पहुंच गया।
इसी तरह राजस्थान चौथे स्थान पर आ गया और उत्तर प्रदेश पांचवें नम्बर पर रहा। उत्तर प्रदेश में नियत लक्ष्य के महज एक-तिहाई भाग की खरीद हो सकी जबकि अन्य चार प्रमुख योगदानकर्ता राज्यों में लक्ष्य के सापेक्ष 80 से 97 प्रतिशत तक गेहूं खरीदा गया।
वर्ष 2024 के रबी मार्केटिंग सीजन की सम्पूर्ण अवधि के दौरान पंजाब में 124.65 लाख टन, हरियाणा में 71.51 लाख टन, मध्य प्रदेश में 48.39 लाख टन, राजस्थान में 12.06 लाख टन,
उत्तर प्रदेश में 9.31 लाख टन तथा बिहार में 10 हजार टन सहित राष्ट्रीय स्तर पर कुल 266 लाख टन गेहूं खरीदा गया था इस बार उत्पादन बेहतर होने तथा मध्य प्रदेश का प्रदर्शन अच्छा रहने से गेहूं की खरीद में वृद्धि हुई है।