नई दिल्ली, 19 सितंबर (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश में आईएएनएस के लिए सीवोटर के एक विशेष सर्वे में अधिकांश उत्तरदाताओं ने माना कि कथित कौशल विकास घोटाले में एन. चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी से 2024 में होने वाले चुनाव में उन्हें और उनकी पार्टी टीडीपी को मदद मिलेगी। सर्वे में 1,809 उत्तरदाताओं को शामिल किया गया।अभी आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी का शासन है और जगन मोहन रेड्डी मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने 2019 के चुनावों में प्रचंड बहुमत हासिल किया था।
राज्य में 56 प्रतिशत से अधिक उत्तरदाताओं की राय है कि गिरफ्तारी से चंद्रबाबू नायडू को मदद मिलेगी।
खुद को टीडीपी समर्थक बताने वाले लगभग 85 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि गिरफ्तारी से वास्तव में आगामी चुनावों में नायडू को मदद मिलेगी।
इसके विपरीत वाईएसआर कांग्रेस के समर्थक के रूप में पहचाने जाने वाले 36 प्रतिशत उत्तरदाताओं की राय है कि गिरफ्तारी से जगन रेड्डी को मदद मिलेगी। प्रत्येक पांच उत्तरदाताओं में से तीन (खुद को भाजपा समर्थक बताने वाले) सोचते हैं कि गिरफ्तारी से चंद्रबाबू नायडू को आगामी चुनावों में मदद मिलेगी।
चंद्रबाबू नायडू को आंध्र प्रदेश की सीआईडी ने एक ऐसे मामले में गिरफ्तार किया था, जिसे 'कौशल विकास घोटाला' के नाम से जाना जाता है।
आरोपों के मुताबिक 2014 में नायडू के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी सरकार ने सीमेंस समेत कुछ निजी क्षेत्र की कंपनियों के साथ मिलकर कौशल विकास कार्यक्रम शुरू किया था।
आरोप है कि यह योजना एक घोटाला थी, क्योंकि कौशल विकास के मामले में आंध्र प्रदेश के युवाओं की मदद के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया था। इसके बजाय, आरोप यह है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री नायडू के इशारे पर शेल कंपनियां बनाई गईं और लगभग 200 करोड़ रुपये निकाले गए।
टीडीपी ने आरोपों का जोरदार खंडन किया है और इसे राजनीतिक प्रतिशोध की कार्रवाई बताया है। यह मामला और भी विवादास्पद होता जा रहा है क्योंकि राज्य में अगले साल लोकसभा और विधानसभा चुनाव होने हैं।
--आईएएनएस
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