मुंबई, 24 अगस्त (आईएएनएस)। भारत में एंटरप्राइज एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर पर एंड-यूजर खर्च 2022 में कुल 4.7 अरब डॉलर होने की संभावना है, जो 2021 से 14.8 प्रतिशत की वृद्धि है। गार्टनर की एक रिपोर्ट में बुधवार को यह जानकारी दी गई है।हालांकि, सॉफ्टवेयर खर्च में वृद्धि 2021 की तुलना में 2022 में कम होगी, एक अस्थिर वैश्विक मैक्रोइकॉनॉमिक स्थिति के कारण जिसने व्यापार अनिश्चितता को बढ़ा दिया है।
उपाध्यक्ष विश्लेषक, नेहा गुप्ता ने कहा, संगठन नई लंबी अवधि की परियोजनाओं को चुनिंदा रूप से रोकना जारी रखेंगे और उच्च लागत वाली परियोजनाओं के दायरे में कटौती करेंगे और इसके बजाय त्वरित जीत परियोजनाओं की तलाश करेंगे, जिनमें निवेश पर कम रिटर्न (आरओआई) है या प्रतिस्पर्धा में बढ़त प्रदान करते हैं।
बढ़े हुए खर्च को ग्राहकों के डिजिटल अनुभवों को बेहतर बनाने की दिशा में निर्देशित किया जाएगा।
गुप्ता ने कहा, डिजिटल परिवर्तन एजेंडे से प्रेरित, भारतीय उद्यम अपने व्यापक आईटी खर्च में सॉफ्टवेयर खर्च की हिस्सेदारी का विस्तार करना जारी रखेंगे। संगठन व्यवसाय के सभी पहलुओं को संचालित करने के लिए सॉफ्टवेयर पर तेजी से भरोसा कर रहे हैं।
सीआरएम सॉफ्टवेयर पर खर्च 2022 में 18.1 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है, जबकि एससीएम सॉफ्टवेयर खर्च में 10.2 प्रतिशत की वृद्धि होगी।
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि भारतीय व्यवसाय सहयोग और रिमोट/हाइब्रिड कार्य का समर्थन जारी रखने के लिए ईमेल और संलेखन और कंटेंट सेवाओं पर खर्च भी बढ़ाएंगे।
--आईएएनएस
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