नई दिल्ली, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर का कहना है कि निवेशक दूसरी तिमाही की अर्निंग पर बारीकी से नजर रखेंगे, जिसमें ऑटो, वित्त और तेल और गैस जैसे क्षेत्रों से काफी उम्मीदें हैं।उन्होंने कहा कि दूसरी तिमाही की आय पर सकारात्मक उम्मीदों और मध्य पूर्व संघर्ष पर चिंताओं के बावजूद वैश्विक बांड यील्ड में नरमी से भारतीय बाजार में अच्छी शुरूआत हुई है।
हालांकि, अमेरिकी मुद्रास्फीति डेटा के अनुमान से अधिक होने और इसके चलते ट्रेजरी यील्ड में वृद्धि ने सप्ताह के अंत तक सकारात्मक प्रवृत्ति को थोड़ा कम कर दिया। उन्होंने कहा कि सीपीआई डेटा में उल्लेखनीय गिरावट और प्रभावशाली औद्योगिक उत्पादन जैसे घरेलू कारकों ने उम्मीदें बनाए रखने में मदद की।
उन्होंने कहा, आईटी सेक्टर के कमजोर राजस्व और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के कारण बाजार रुझान प्रभावित हुआ। दूसरी ओर, रियल्टी क्षेत्र ने अच्छा प्रदर्शन किया, महत्वपूर्ण परियोजना लॉन्च और त्योहारी सीजन से उत्साहित होकर प्री-सेल में बढ़ोतरी हुई।
एमके वेल्थ मैनेजमेंट के शोध प्रमुख जोसेफ थॉमस ने कहा कि अमेरिका में स्थिर खुदरा मुद्रास्फीति, अमेरिका में आगे दरों में बढ़ोतरी की संभावना अभी भी बरकरार है और चल रहे भू-राजनीतिक तनाव ऐसे कारक हैं जो आने वाले समय में बाजार के सेंटीमेंट्स को कमजोर कर सकते हैं। लेकिन एक मजबूत घरेलू अर्थव्यवस्था की वास्तविकता इक्विटी का समर्थन करती है, और इसलिए, किसी भी सुधारात्मक गिरावट में यह महत्वपूर्ण सुरक्षा प्रदान करती है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा अनुसंधान प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि निकट भविष्य में बाजार व्यापक आर्थिक आंकड़ों और जारी दूसरी तिमाही के नतीजों से संकेत लेना जारी रखेगा। एचडीएफसी बैंक (NS:HDBK) सोमवार को नतीजे घोषित करेगा, उसके बाद सप्ताह के दौरान बजाज फाइनेंस (NS:BJFN), एचयूएल, बजाज ऑटो (NS:BAJA), विप्रो (NS:WIPR) और आईटीसी (NS:ITC) आएंगे।
कुल मिलाकर, भारतीय बाजार ने कई वैश्विक प्रतिकूलताओं के बावजूद इस सप्ताह 0.5 प्रतिशत की बढ़त के बावजूद लचीलापन दिखाया है। हम उम्मीद करते हैं कि मजबूत आर्थिक आंकड़ों के साथ-साथ अपेक्षित स्वस्थ कॉर्पोरेट आय के कारण बाजार सकारात्मक दायरे में रहेगा।
--आईएएनएस
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