मथुरा, 1 जनवरी (आईएएनएस)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि साल के पहले दिन साधु-संतों का आशीर्वाद मिलना बड़े सौभाग्य की बात है। राम मंदिर आंदोलन में दीदी मां साध्वी ऋतंभरा का अहम योगदान था। समाज को ही दीदी ने परिवार मान लिया है। हमारे देश के ऋषियों ने पूरी धरा पर रहने वाले समाज को परिवार माना है, जिस क्षेत्र में कान्हा रहते हैं, वहां तो दिव्यता रहेगी ही रहेगी। कृष्ण वह हैं, जो आपको आकर्षित करते हैं, कृष्ण के नाम में ही सुख है। इसलिए कृष्ण की इस नगरी में मेरा मन प्रसन्न है।उन्होंने कहा कि वृंदावन में विदेशी भगवान के दर्शन करते हैं और रम जाते हैं, अधिकांश यहां बस जाते हैं। यहां शांति की अनुभूति होती है। उन्हें भगवान कृष्ण और राधा रानी की भक्ति करके वृंदावन में शांति मिलती है। यहां रिक्शा वाला भी राधे- राधे बोलता है। राधे- राधे बोलने वाले लोग मिलेंगे तो वह वृंदावन में ही मिलेंगे। यहां चाय पीना हो, पान खाना हो, कचौड़ी खानी हो सब जगह राधे- राधे बोलते यहां के निवासी मिलेंगे। राधे-राधे उनके जीवन में बसा है। यह यहीं संभव है। यहां सैन्य स्कूल मैंने नहीं, राधा- कृष्ण के आदेश से खुला है। दीदी मां से अनुरोध है कि जो स्वामी परमानंद ने आदेश दिया है, उसको पूरा करें।
ज्ञात हो कि वृंदावन स्थित वात्सल्य ग्राम में साध्वी ऋतंभरा के 60वें जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में षष्ठीपूर्ति महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। इसी मौके पर स्कूल का लोकार्पण किया गया। वात्सल्य ग्राम में बने इस स्कूल का नाम समविद गुरुकुलम गर्ल्स सैनिक स्कूल है।
सैन्य विद्यालय के बारे में जानकारी देते हुए वात्सल्य ग्राम के प्रवक्ता डॉ. उमाशंकर राही ने बताया कि सैन्य विद्यालय में हर वर्ष 120 सीटें तय की गई हैं। विद्यालय में दाखिला के लिए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी परीक्षा कराती है। बालिकाओं ने 20 दिसंबर तक आवेदन किया है। 21 जनवरी को इसकी परीक्षा होगी। परीक्षा में पास होने के बाद बालिकाओं की ई-काउंसिलिंग होगी और मेरिट लिस्ट बनेगी। विद्यालय में सत्र अप्रैल में ही शुरू होगा।
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