ग्रेटर नोएडा, 19 अगस्त (आईएएनएस)। यूपी रेरा के नए अध्यक्ष के आने के बाद एक बार फिर काम में तेजी शुरू हो गई है। लोगों के अटके प्रोजेक्ट और फंसी इकाइयों को दिलाने का काम रेरा ने तेजी से शुरू कर दिया है।इसी कड़ी में प्रमोटर ‘मेसर्स वेव वन प्रा.लि.’ की गौतमबुद्ध नगर स्थित ‘वेव वन’ परियोजना के एक आवंटी फिरोज अली को ब्याज समेत 6 वर्षों बाद इकाई का कब्जा दिलवाया।
इसके साथ उत्तर प्रदेश रेरा से जारी आदेशों एवं कॉन्सिलिएशन फोरम के माध्यम से अभी तक लगभग 7400 से ज्यादा मामलों में लगभग रुपये 2,925 करोड़ मूल्य की परिसंपत्तियों को विवाद मुक्त कराया गया है।
इस मामले में प्रमोटर ने आवंटी के पक्ष में प्राधिकरण से जारी ‘आदेश का पालन’ करते हुए एग्रीमेन्ट फॉर सेल (NS:SAIL) के इकाई का कब्जा दिया। कब्जा देने में हुए देरी के कारण ब्याज को आवंटी की देनदारी से घटा दिया गया।
जिसके चलते आवंटी को केवल रुपये 6 लाख 85 हजार का भुगतान करना होगा और कब्जा लेने की प्रक्रिया पूर्ण करनी होगी। जबकि वास्तविक बकाया राशि लगभग 18 लाख थी।
इस मामले में राजस्थान के रहने वाले फिरोज अली ने 2013 में लगभग 48 लाख रुपये का भुगतान प्रमोटर की व्यावसायिक परियोजना वेव वन में किया था। जिसकी लागत लगभग 66 लाख रुपए थी।
‘एग्रीमेन्ट फॉर सेल’ के अनुसार आवंटी को वर्ष 2017 तक कब्जा प्राप्त होना था। लेकिन तय समय तक इकाई का कब्जा न मिलने और संतोषजनक निर्माण प्राप्त न होने की स्थिति में आवंटी ने 2021 में उत्तर प्रदेश रेरा में अपनी शिकायत दर्ज कराई थी।
--आईएएनएस
पीकेटी