नई दिल्ली, 16 मई (आईएएनएस)। छह सत्र के नुकसान के बाद भारतीय इक्विटी सूचकांक सोमवार को बढ़त के साथ खुले। सुबह 9.51 बजे सेंसेक्स 1.0 फीसदी या 513 अंक ऊपर चढ़ कर 53,307 अंक पर था, जबकि निफ्टी 1.2 फीसदी या 185 अंक ऊपर 15,967 अंक पर था।
हाल की गिरावट की वजह उच्च मुद्रास्फीति और कई केंद्रीय बैंकों द्वारा मौद्रिक नीति का रुख कड़ा करना बताई जा रही है।
उच्च ईंधन और खाद्य लागत के कारण अप्रैल में भारत की खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर 7.79 प्रतिशत हो गई। मुद्रास्फीति का निशान लगातार चौथे महीने आरबीआई की सहनशीलता सीमा से ऊपर रहा।
विश्लेषकों को उम्मीद है कि आने वाले महीनों में भी मुद्रास्फीति ऊंची रहेगी।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार, वी.के. विजयकुमार ने कहा, अधिक एफआईआई बिक्री की उम्मीद करना तर्कसंगत है, खासकर जब बाजार में राहत देखने को मिले। इस तथ्य की सराहना करना महत्वपूर्ण है कि एफआईआई इसलिए नहीं बेच रहे हैं क्योंकि वे भारत में मंदी से चिंतित हैं, बल्कि इसलिए कि अमेरिकी बॉन्ड में रिटर्न आकर्षक हैं और डॉलर मजबूत हो रहा है।
लंबी अवधि के निवेशक वित्तीय, दूरसंचार, आईटी और निर्माण क्षेत्रों में उच्च गुणवत्ता वाले शेयरों को जमा करना शुरू कर सकते हैं।
--आईएएनएस
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