ब्लैक फ्राइडे अभी है! 60% की छूट InvestingPro तक का लाभ उठाने से न चूकेंसेल को क्लेम करें

एचईसी को बचाने के लिए रांची और दिल्ली में प्रदर्शन, केंद्र सरकार पर उपेक्षा का आरोप

प्रकाशित 22/09/2023, 01:22 am
एचईसी को बचाने के लिए रांची और दिल्ली में प्रदर्शन, केंद्र सरकार पर उपेक्षा का आरोप

रांची, 21 सितंबर (आईएएनएस)। मदर ऑफ ऑल इंडस्ट्री के रूप में मशहूर रहे रांची स्थित सार्वजनिक क्षेत्र के प्रतिष्ठान एचईसी (हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन) को बचाने की लड़ाई अब दिल्ली पहुंच गई है। गुरुवार को इंडिया गठबंधन के बैनर तले सैकड़ों लोगों ने इस मुद्दे पर जहां जंतर-मंतर पर धरना दिया, वहीं रांची में एचईसी मुख्यालय पर हजारों कर्मियों ने रोषपूर्ण प्रदर्शन किया।

प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार पर एचईसी को बंद करने की साजिश का आरोप लगाया। 1963 में रांची में स्थापित हुई हेवी मशीन बनाने वाली इस कंपनी की गिनती केंद्र सरकार के गौरवशाली पीएसयू में होती थी। 22 हजार कर्मियों के साथ शुरू हुई इस कंपनी में अब सिर्फ 3400 कर्मचारी-अधिकारी हैं। इनमें भी 1500 से ज्यादा कर्मी अस्थायी हैं या ठेके पर काम करते हैं।

कंपनी पर कर्ज और बोझ इस कदर है कि इनका तनख्वाह देने में भी कंपनी सक्षम नहीं है। यहां के अधिकारियों-कर्मचारियों का संस्थान पर 18 महीने का वेतन बकाया है। आज की तारीख में भी कंपनी के पास करीब 1200 करोड़ का वर्क ऑर्डर है, लेकिन इसे पूरा करने के लिए वर्किंग कैपिटल नहीं है।

धीरे-धीरे बंदी की ओर बढ़ती कंपनी को बचाने को लेकर अब आंदोलन तेज होने लगा है। गुरुवार को दिल्ली में जंतर-मंतर पर आयोजित धरना में झामुमो की राज्यसभा सांसद डॉ महुआ माजी, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, दिल्ली से आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह, बिहार से जदयू के राज्यसभा सांसद खीरू महतो, सीपीआई के राष्ट्रीय महासचिव अतुल अंजान, सीपीआई के झारखंड राज्य सचिव महेंद्र पाठक, केरल के पूर्व राज्यसभा सांसद पी संतोष, कांग्रेस के खिजरी विधायक राजेश कच्छप सहित कई नेता-कार्यकर्ता मौजूद रहे।

इन नेताओं ने कहा कि केंद्र की मौजूदा सरकार सभी सरकारी उपक्रमों को बेचने पर तुली है। भारतीय रेल, इंडियन एयरलाइंस, हवाई अड्डों, बंदरगाहों सहित केंद्र सरकार के उपक्रमों को निजी हाथों में सौंपा जा रहा है। एचईसी से भी हाथ खींच लेने के पीछे की वजह यही है कि सरकार इसे निजी हाथों में बेचना चाहती है।

रांची में एचईसी मुख्यालय पर प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों ने कहा कि हमारे सामने अब भुखमरी नौबत है। 18 महीने से तनख्वाह नहीं मिली है। कर्मचारी जी-जान लगाकर काम कर रहे हैं, लेकिन न तो सरकारें सुन रही हैं और न ही प्रबंधन। इतने गंभीर आर्थिक संकट के बावजूद यहां के डायरेक्टर को कर्मचारियों की कोई चिंता नहीं है।

--आईएएनएस

एसएनसी

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित