लखनऊ, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को कैबिनेट की बैठक हुई। बैठक में 25 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। इसमें विद्या विश्वविद्यालय और केडी विश्वविद्यालय की स्थापना से संबंधित प्रस्ताव को भी हरी झंडी दिखाई गई। शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने बैठक के संबंध में कहा, “हमारा विभाग नई शिक्षा नीति लेकर आया है। यह बहुत ही प्रोत्साहित करने वाली नीति है। इससे शिक्षा का प्रचार व प्रसार बढ़ेगा। शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ेगी और अंतिम पंक्ति तक बैठे व्यक्ति तक शिक्षा का मार्ग प्रशस्त होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश शिक्षा का हब बनता जा रहा है। उनके नेतृत्व में प्रदेश में नए-नए शिक्षण संस्थान खुल रहे हैं, इसके बावजूद भी हम एक खामी महसूस कर रहे थे। राज्य में कई ऐसे जिले हैं, जहां एक भी विश्वविद्यालय नहीं हैं और पांच आकांक्षी जिले ऐसे हैं, जहां कोई विश्वविद्यालय नहीं हैं, तो उन जगहों पर विश्वविद्यालय खोलने के लिए यह नीति लाई गई, ताकि शिक्षा का प्रसार बढ़ सके।”
उन्होंने कहा, “अगर प्रदेश में कोई शिक्षण संस्थान खोलना चाहता है, तो उसे सरकार की ओर से मदद दी जाएगी। उसे स्टांप ड्यूटी में छूट दी जाएगी। वो सभी विदेशी संस्थाएं, जिनकी रैंकिंग 500 से नीचे है, उन्हें 20 फीसद की छूट और भूमि खरीद में भी रियायत प्रदान की जाएगी। यही छूट हिंदुस्तान के उन विश्वविद्यालयों को भी दी जाएगी, जिनकी रैंकिंग 500 से नीचे आती है।”
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