🤑 इससे ज़्यादा किफ़ायती कुछ नहीं है। ब्लैक फ्राइडे पर 60% की छूट का लाभ उठाएँ, इससे पहले कि यह खत्म हो जाए…सेल को क्लेम करें

रांची-जमशेदपुर में कैंडिडेट तय नहीं कर पा रहा 'इंडिया' गठबंधन, भाजपा प्रत्याशियों ने 50 दिन में नाप डाला चप्पा-चप्पा

प्रकाशित 20/04/2024, 12:30 am
रांची-जमशेदपुर में कैंडिडेट तय नहीं कर पा रहा 'इंडिया' गठबंधन, भाजपा प्रत्याशियों ने 50 दिन में नाप डाला चप्पा-चप्पा

रांची, 19 अप्रैल (आईएएनएस)। झारखंड की रांची और जमशेदपुर लोकसभा सीटों पर 'इंडिया' गठबंधन प्रत्याशी तय नहीं कर पा रहा है। इन दोनों क्षेत्रों में गठबंधन के नेता-कार्यकर्ता असमंजस में हैं। चुनाव में बमुश्किल 35 दिन बाकी हैं। लेकिन, अभी तक इनकी ओर से न प्रचार अभियान शुरू हुआ है और न ही जनसंपर्क। दूसरी तरफ भाजपा ने करीब 50 दिन पहले अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए थे, जिन्होंने प्रचार अभियान में संसदीय क्षेत्र के ज्यादातर इलाके नाप दिए हैं। गठबंधन के घटक दलों के बीच सीट शेयरिंग का जो फार्मूला तैयार हुआ है, उसके मुताबिक रांची सीट पर कांग्रेस और जमशेदपुर सीट पर झामुमो को प्रत्याशी देना है।

रांची सीट पर कांग्रेस की प्रदेश कमेटी ने पूर्व मंत्री सुबोधकांत सहाय का नाम केंद्रीय कमेटी के पास भेजा था। इस बीच करीब पंद्रह दिन पहले इस सीट पर भाजपा की ओर से पांच बार सांसद रहे रामटहल चौधरी कांग्रेस में शामिल हो गए तो माना गया कि पार्टी उन्हें प्रत्याशी बनाएगी।

बताया जा रहा है कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने उम्र के तकाजे के आधार पर इन दोनों के नाम खारिज कर दिए हैं। सुबोधकांत की उम्र 72 वर्ष है, जबकि रामटहल चौधरी 82 वर्ष के हैं। ऐसे में नेतृत्व के समक्ष प्रदेश कमेटी की ओर से तीसरा नाम राज्य के मौजूदा स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का प्रस्तावित किया गया। लेकिन, उनके नाम पर भी सहमति को लेकर इस वजह से अड़चन आ रही है कि वे जमशेदपुर के रहने वाले हैं। ऐसे में पार्टी इस उधेड़बुन में उलझ गई है कि उनकी रांची में कितनी स्वीकार्यता होगी?

इस बीच सुबोधकांत सहाय की पुत्री यशस्विनी सहाय का नाम भी उम्मीदवारी के लिए आगे बढ़ाया गया है। हालांकि, यशस्विनी अब तक राजनीति में सक्रिय नहीं हैं। संभव है कि अंततः यशस्विनी को मैदान में उतार दिया जाए, क्योंकि धनबाद में भी कांग्रेस ने विधायक जयमंगल सिंह की पत्नी अनुपमा सिंह को प्रत्याशी बनाया है, जो राजनीति में बिल्कुल नई हैं।

जमशेदपुर सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा भी अब तक उलझन में फंसा है। पिछले चुनाव में इस सीट पर चंपई सोरेन झामुमो के प्रत्याशी थे, जो अब राज्य के मुख्यमंत्री हैं। यहां पार्टी के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य, आस्तिक महतो और विधायक सविता महतो की पुत्री स्नेहा महतो के नाम की चर्चा चल रही है।

--आईएएनएस

एसएनसी/एबीएम

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित