नई दिल्ली, 11 अगस्त (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह शायद टेलीविजन पर उनका चेहरा नहीं देखना चाहते, लेकिन वह उनके वीडियो का जिक्र करते रहते हैं।राहुल गांधी ने अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में करीब 37 मिनट तक भाषण दिया, जिसमें से केवल 14 मिनट दिखाए जाने का जिक्र करते हुए उन्होंने यह टिप्पणी की।
नई दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि हो सकता है कि प्रधानमंत्री टीवी पर मेरा चेहरा नहीं देखना चाहते हों, लेकिन वह मेरे वीडियो के बारे में भी बात करेंगे।
मैं इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं कह सकता क्योंकि मीडिया और संसद टीवी पर उनका नियंत्रण है। लेकिन मैं वही करूंगा जो मुझे करना होगा।
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री कम से कम मणिपुर जा सकते हैं, समुदायों से बात कर सकते हैं और कह सकते हैं कि मैं आपका प्रधानमंत्री हूं, आइए बात शुरू करें लेकिन मुझे कोई इरादा नहीं दिखता।
सवाल यह नहीं है कि क्या मोदी 2024 में प्रधानमंत्री बनेंगे, सवाल मणिपुर का है जहां बच्चे, लोग मारे जा रहे हैं।
मणिपुर में हिंसा को कंट्रोल करने के लिए सेना तैनात करने के उनके आह्वान और इसके लिए भाजपा की आलोचना के बारे में एक अन्य सवाल पर राहुल गांधी ने कहा, ''मैंने भारत में कहीं भी ऐसा कभी नहीं सुना या देखा कि यह कहा गया हो कि अगर आप इस व्यक्ति को सुरक्षा अधिकारी के रूप में अपने साथ ले जायेंगे तो हम इसके सिर में गोली मार देंगे।"
राहुल गांधी ने आगे कहा कि मैंने इसे मणिपुर में दो बार सुना। यानी मणिपुर में कोई बातचीत नहीं हो रही है, मणिपुर में शुद्ध हिंसा हो रही है। पहला कदम हिंसा को रोकना और इसे खत्म करना है... मेरे कहने का मतलब यह है कि प्रधानमंत्री के हाथ में कई उपकरण हैं, वह उनका उपयोग नहीं कर रहे हैं। वह कुछ नहीं कर रहे हैं और हंस रहे हैं।
--आईएएनएस
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