ग्रेटर नोएडा, 16 जनवरी (आईएएनएस)। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और अमेरिका के लोउडन काउंटी सिटी के साथ जल्द ही सिस्टर सिटी एग्रीमेंट (शहरों की ट्विनिंग) होने जा रहा है। इससे ग्रेटर नोएडा में आर्थिक, व्यापारिक, शैक्षणिक और इन्वॉयरमेंट आदि क्षेत्रों में निवेश की राह खुलेगी। अमेरिका के लोउडन काउंटी सिटी, वर्जीनिया के इकोनॉमिक डेवलपमेंट विभाग के कार्यकारी निदेशक बडी राइजर अपनी टीम के साथ मंगलवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के दफ्तर पहुंचे और प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार व एसीईओ मेधा रूपम के साथ बैठक की और एग्रीमेंट को अंतिम रूप देने पर चर्चा की।
दोनों संस्थानों की तरफ से ड्राफ्ट एग्रीमेंट में एक-दो सुझाव दिए गए हैं, जिन पर अमल करते हुए शासन से जल्द अप्रूवल लेकर एमओयू किये जाने की तैयारी है।
दरअसल, ग्रेटर नोएडा और अमेरिका के लोउडन काउंटी सिटी के साथ सिस्टर सिटी के रूप में एग्रीमेंट करने के लिए प्राधिकरण काफी समय से प्रयासरत है। अब इस प्रयास पर जल्द अमल होने की उम्मीद है। मंगलवार को अमेरिका के लोउडन काउंटी सिटी वर्जीनिया के इकोनॉमिक डेवलपमेंट विभाग के कार्यकारी निदेशक बडी राइजर और तीन अन्य प्रतिनिधियों के साथ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण दफ्तर में बैठक हुई।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और लोउडन काउंटी सिटी के प्रतिनिधियों ने सभी अधिकारियों की मौजूदगी में प्रस्तुतिकरण दिया। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की तरफ से प्रस्तुतिकरण में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर, रोड इंफ्रास्ट्रक्चर, मेट्रो कनेक्टिविटी, एक्सप्रेसवे, ग्रीनरी, बड़ी कंपनियों, शिक्षण संस्थानों, डाटा सेंटर हब, आईआईटीजीएनएल, मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब व मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब आदि के बारे में जानकारी दी गई।
लोउडन काउंटी सिटी के अधिकारियों ने ग्रेटर नोएडा के इंफ्रास्ट्रक्चर को सराहा। उन्होंने सिस्टर सिटी एग्रीमेंट के लिए प्राधिकरण की तरफ से मिलने वाले रिस्पांस की भी सराहना की।
लोउडन काउंटी के निदेशक बडी राइजर ने डाटा सेंटर, शैक्षणिक विकास, पर्यावरण आदि क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर निवेश की संभावना जताई। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल ने आईआईटीजीएनएल समेत ग्रेटर नोएडा के अलग-अलग हिस्से में जाकर इंफ्रास्ट्रक्चर को देखा।
सीईओ एनजी रवि कुमार ने इस एग्रीमेंट को जल्द अमली-जामा पहनाने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की तरफ से तेजी से प्रयास करने का आश्वासन दिया।
बता दें कि सिस्टर सिटी एग्रीमेंट (शहरों की ट्विनिंग) के अंतर्गत दो शहरों के बीच शिक्षा, व्यापार, संस्कृति, बायोटेक, कृषि, फार्मास्यूटिकल, सूचना औैर तकनीक आदि के सीधे आदान-प्रदान करने में सहूलियत हो जाएगी। एक-दूसरे के प्रतिनिधि दोनों शहरों में जाकर अध्ययन कर सकेंगे। इससे पहले इस तरह का एग्रीमेंट वाराणसी, लखनऊ, आगरा आदि शहरों के अलग-अलग देशों के साथ हो चुके हैं।
--आईएएनएस
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