भारत की जीडीपी वृद्धि 2024-25 की तीसरी तिमाही में 6.6 प्रतिशत तक पहुंचने की उम्मीद : रिपोर्ट

प्रकाशित 18/02/2025, 07:32 pm
भारत की जीडीपी वृद्धि 2024-25 की तीसरी तिमाही में 6.6 प्रतिशत तक पहुंचने की उम्मीद : रिपोर्ट

नई दिल्ली, 18 फरवरी (आईएएनएस)। बैंक ऑफ बड़ौदा (NSE:BOB) की मंगलवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, भारत की जीडीपी 2024-25 की अक्टूबर-दिसंबर अवधि में 6.6 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है, जो 2023-24 की इसी तिमाही के 8.6 प्रतिशत आंकड़े से धीमी है। हालांकि, जीडीपी कृषि, सरकारी खर्च और सेवाओं के समर्थन से मजबूत बनी हुई है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि आर्थिक स्थिरता का एक प्रमुख चालक सरकार के पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) में वृद्धि है, जबकि वित्तीय क्षेत्र और ग्रामीण मांग में लचीलापन बना हुआ है।

इसमें कहा गया है कि सरकार का पूंजीगत व्यय वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में बढ़कर 47.7 प्रतिशत हो गया है ( वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही के 24.4 प्रतिशत से ऊपर) जिसके कारण राजमार्गों, बंदरगाहों और रेलवे जैसे क्षेत्रों में निर्माण गतिविधि में वृद्धि हुई है। इसके परिणामस्वरूप अर्थव्यवस्था में अधिक नौकरियां और आय पैदा हो रही हैं।

रिपोर्ट में बताया गया है कि 'वित्तीय क्षेत्र' उच्च ऋण और जमा वृद्धि के साथ सकारात्मक बना हुआ है, जबकि ग्रामीण मांग में सुधार हो रहा है, जो ट्रैक्टर और दोपहिया वाहनों की बढ़ती बिक्री से प्रदर्शित होता है।

तीसरी तिमाही के दौरान कृषि विकास दर बढ़कर 4.5 प्रतिशत होने की उम्मीद है, जो वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में 0.4 प्रतिशत थी। रिपोर्ट के अनुसार, यह सुधार बेहतर खाद्यान्न उत्पादन और मजबूत रबी रकबे के कारण है।

रिपोर्ट में चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के लिए सेवा क्षेत्र में समग्र वृद्धि 6.9 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है, जो कि वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में 7.1 प्रतिशत से थोड़ा ही कम है।

व्यापार और आतिथ्य क्षेत्र में 6.9 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है, जिसे "अनुभव अर्थव्यवस्था" का समर्थन प्राप्त है, जबकि वित्तीय क्षेत्र में 6.5 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है।

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि मैन्युफैक्चरिंग और औद्योगिक विकास में नरमी आ रही है, जिसका कारण उच्च आधार प्रभाव है।

इसमें औद्योगिक विकास में नरमी आने की उम्मीद है, जो कि वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में 10.2 प्रतिशत से कम होकर 5.9 प्रतिशत हो जाएगा।

रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर पिछले वर्ष की समान अवधि के 11.5 प्रतिशत से धीमी होकर 6 प्रतिशत रहने की उम्मीद है, जो कि उच्च आधार प्रभाव और कम कॉर्पोरेट आय (विशेष रूप से कच्चे तेल, इस्पात और ऑटो क्षेत्रों में) से प्रभावित है।

खनन क्षेत्र की वृद्धि दर भी एक साल पहले की अवधि के 7.5 प्रतिशत से घटकर 3 प्रतिशत रहने की उम्मीद है।

रिपोर्ट में भू-राजनीतिक तनाव और व्यापार युद्ध के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता से होने वाले नकारात्मक जोखिम पर भी प्रकाश डाला गया है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है, लेकिन वैश्विक चुनौतियों से प्रभावित है, जिसमें मुद्रा और बाहरी क्षेत्र पर दबाव है।

--आईएएनएस

एसकेटी/एबीएम

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2025 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित