बेंगलुरु, 7 जून (आईएएनएस)। भारत की सिलिकॉन वैली कहे जाने वाले बेंगलुरु शहर में खराब बुनियादी ढांचे, खासकर सड़कों की बदहाली पर बहस एक बार फिर सामने आ गई है।बायोकॉन की प्रमुख किरण मजूमदार-शॉ के एक ट्वीट के बाद कर्नाटक में इस मुद्दे को लेकर बहस छिड़ गई है।
उन्होंने ट्वीट किया, हस्कर-सरजापुर रोड की खराब स्थिति पर अनेकल तालुक और हुस्कर ग्राम पंचायत के हमारे विधायक, पंचायत और सांसद की जिम्मेदारी की पूरी कमी से निराश और नाराज हूं। सरकार बिना सड़क के बस डिपो और क्वार्टर क्यों बनवाती है?
उन्होंने कर्नाटक सरकार को घेरते हुए कहा, सभी स्थानीय राजनेताओं पर शर्म आती है।
बेंगलुरु में लगातार हो रही बारिश ने वाहन मालिकों और राहगीरों का जीना मुहाल कर दिया है।
विभिन्न नागरिक कार्यों के लिए खोदी गई मुख्य सड़कों की मरम्मत नहीं की जा रही है। बेंगलुरु में गड्ढों के कारण हादसों में कई लोगों की मौत हो गई, जिससे लोगों में आक्रोश फैल गया।
किरण मजूमदार-शॉ ने पहले भी बेंगलुरु की सड़कों की दयनीय स्थिति के बारे में बात की थी।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई शहर में गड्ढों को भरने के लिए समय सीमा निर्धारित कर रहे हैं, लेकिन अधिकारी गड्ढों से मुक्त सड़कों को सुनिश्चित करने में बुरी तरह विफल रहे हैं।
कर्नाटक हाईकोर्ट की बार-बार चेतावनी के बावजूद अधिकारियों ने सड़कों को गड्ढा मुक्त नहीं किया है।
राज्य सरकार नवंबर 2022 में प्रतिष्ठित ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट की मेजबानी करने की तैयारी कर रही है और लोगों को उम्मीद है कि सड़कों की स्थिति में सुधार होगा।
किरण मजूमदार-शॉ का सोशल मीडिया पोस्ट वायरल हो गया है और लोग उनकी चिंता और राजनेताओं और अधिकारियों की आलोचना करने के उनके साहस की सराहना कर रहे हैं।
बेंगलुरु में सरजापुर रोड में 100 से अधिक आईटी कंपनियां और प्रमुख बहुराष्ट्रीय कंपनियां शहर से संचालित होती हैं।
शहर का यह हिस्सा हमेशा बुनियादी ढांचे की कमियों की शिकायत करता है और भाजपा सरकार अभी तक उचित सुविधाएं सुनिश्चित नहीं कर पाई है।
--आईएएनएस
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