नई दिल्ली, 5 मार्च (आईएएनएस)। दिल्ली के प्रिंसिपल चीफ कमिश्नर जीएसटी के ऑफिस के बाहर मंगलवार को सेल्स टैक्स बार एसोसिएशन ने विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि इस डिपार्टमेंट में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार है, जिसमें सिर्फ पैसा देकर कोई भी काम करा सकते हैं। लेकिन, कागज पूरे होने पर भी रजिस्ट्रेशन तक कराने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। प्रर्दशनकारियों का कहना है कि प्रिंसिपल कमिश्नर के पास तीन डिपार्टमेंट का चार्ज है, जिसमें एक दिल्ली जल बोर्ड का भी दायित्व है, जिसकी वजह से वो डिपार्टमेंट में अपना वक्त नहीं दे पाते हैं और निचले स्तर पर बैठे लोग रिश्वत की मांग करते हैं। दिल्ली में सबसे ज्यादा रेवेन्यू इसी डिपार्टमेंट से आता है। वहीं, व्यापारियों के मुद्दों को उठाने के लिए सेल्स टैक्स बार एसोसिएशन ने प्रदर्शन किया है।
धरना प्रदर्शन कर रहे अधिवक्ताओं के मुताबिक जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी तब तक वह इसी तरह से अपना आंदोलन आगे बढ़ाते रहेंगे। उनका कहना है कि इस डिपार्टमेंट में फैले भ्रष्टाचार से व्यापारी, आम जनता त्रस्त है। कमिश्नर साहब के पास लोगों से मिलने के लिए टाइम नहीं है। इनको सरकार ने तीन-तीन डिपार्टमेंट दिए हैं।
प्रदर्शन कर रही सेल्स टैक्स बार एसोसिएशन की पूर्व अध्यक्ष ने बताया की इस डिपार्टमेंट में इतना ज्यादा भ्रष्टाचार है कि आम जनता और व्यापारी परेशान हो गए हैं। जिन लोगों की मौत हो गई है और उनके परिवार ने कैंसिलेशन के लिए अप्लाई किया है। तीन-तीन साल गुजर गए हैं, लेकिन, अभी तक कैंसिलेशन नहीं हो रहा है। उनके घर में मौजूद लोगों को इससे परेशानी होती है और यहां के लोग बिना पैसे के कोई काम नहीं करते।
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