iGrain India - नई दिल्ली । हालांकि रबी सीजन की सबसे प्रमुख तिलहन फसल- सरसों का थोक मंडी भाव सरकारी समर्थन मूल्य के आसपास या इससे कुछ ऊंचा चल रहा है लेकिन इसका बिजाई क्षेत्र कुछ घटने की संभावना है क्योंकि सामान्य औसत से ऊंचे तापमान को देखते हुए कुछ इलाकों में किसानों को सरसों के बजाए अन्य फसलों की खेती पर ध्यान देना पड़ रहा है।
वे ऐसी फसलों का चुनाव कर रहे हैं जो गर्मी से कम प्रभावित हो सके और सरसों के समान ही वापसी (आमदनी) दिलाने में भी सक्षम हो। यदि सरसों के बिजाई क्षेत्र एवं उत्पादन में गिरावट आती है तो विदेशों से खाद्य तेलों का आयात बढ़ सकता है।
देश के सबसे प्रमुख सरसों उत्पादक प्रान्त- राजस्थान में पूरे अक्टूबर के साथ-साथ नवम्बर के शुरूआती तीन सप्ताहों के दौरान भी तापमान सामान्य स्तर से ऊंचा रहा जो इस महत्वपूर्ण तिलहन फसल के अनुकूल नहीं था।
जयपुर के चांदपोल की अनाज मंडी में स्थित एक लोकप्रिय एवं विश्वसनीय फर्म- मरुधर ट्रेडिंग एजेंसी के मैनेजिंग डायरेक्टर- अनिल चतर के अनुसार कई क्षेत्रों में सरसों की अगैती खेती के तहत बीज में अंकुरण ही नहीं हो सका इसलिए वहां किसानों ने दूसरी फसलों की बिजाई शुरू कर दी। ऊंचे तापमान एवं वर्षा के अभाव के कारण मिटटी में नमी काफी घट गई है।
मौसम विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि राजस्थान के प्रमुख सरसों उत्पादक जिलों में पिछले कुछ सप्ताहों से उच्चतम तापमान सामान्य औसत की तुलना में 2 से 7 डिग्री सेल्सियस तक ऊंचा चल रहा है जिससे बिजाई की प्रक्रिया को धक्का लग रहा है।
धोलपुर जिले की हालत यह है कि वहां सरसों की बिजाई जितने क्षेत्रफल में हुई उसके 25-30 प्रतिशत भाग में बीज या तो अंकुरित नहीं हुआ या अंकुरित होने के बाद सूख गया। इससे किसानों को काफी नुकसान हुआ।
वहां सरसों की दोबारा बिजाई करने के बजाए किसान गेहूं और आलू की तरफ मुड़ गए। कई क्षेत्रों में किसानों ने सरसों का रकबा आधा घटा दिया।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार राजस्थान में 21 नवम्बर 2024 तक सरसों का क्षेत्रफल 31.20 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया जो गत वर्ष से 7.2 प्रतिशत कम था।
ऊंचे तापमान के कारण राजस्थान के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात एवं हरियाणा जैसे महत्वपूर्ण उत्पादक राज्यों में भी सरसों की बिजाई प्रभावित हो रही है। अनिल चतर के मुताबिक राष्ट्रीय स्तर पर इस बार सरसों के उत्पादन क्षेत्र में 10 प्रतिशत तक की गिरावट आ सकती है।