नई दिल्ली, 28 अक्टूबर (आईएएनएस)। टीएंडबी मीडिया ग्लोबल (थाईलैंड) की मेटावर्स डेवलपर सब्सिडियरी ट्रांसलूसिया और एक इमर्सिव और विस्तारित रियलिटी कंपनी सूनोवाटेक इंडिया ने शुक्रवार को मेटावर्स और टैलेंट इकोसिस्टम बनाने के लिए कई पहलों की घोषणा की।ट्रांसलूसिया ने 3 अरब डॉलर की आभासी दुनिया बनाने के लिए मेटावर्स तत्वों के साथ एक व्यापक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए विश्व स्तर पर भागीदारी की है।
सूनोवाटेक ट्रांसलूसिया मेटावर्स के लिए 3डी एसेट, वातावरण और मॉड्यूल बनाने के लिए प्रोडक्शन हब के रूप में काम करेगी।
कंपनियों ने कहा कि सहयोग, एक व्यापक पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण में योगदान करने के लिए संबंधित मेटावर्स प्रौद्योगिकियों में विशेषज्ञता वाले प्रमुख व्यवसायों और स्टार्टअप को भी साथ लाएगा।
साझेदारी में स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, कला और संस्कृति, प्रौद्योगिकी और रियल एस्टेट सहित वर्टिकल में व्यवसाय शामिल होंगे।
टीएंडबी मीडिया ग्लोबल के संस्थापक और सीईओ और ट्रांसलूसिया के संस्थापक डॉ. जवानवत अहरियावरोम्प ने कहा, हमने 3 अरब डॉलर के इंटरकनेक्टेड मेटावर्स का निर्माण करने के लिए प्रौद्योगिकी अवसंरचना विकास, रचनात्मकता, इंटरैक्टिव उपयोगकर्ता अनुभव, वित्त और अर्थशास्त्र/ टोकनोमिक्स में दुनिया भर में संभावित व्यवसायों के साथ भागीदारी की है और हमारा मानना है कि भारत प्रतिभा का पता लगाने के लिए एक आदर्श गंतव्य है जो हमारी परियोजना को गति देने में मदद करेगा।
अहरियावरोम्प ने एक बयान में कहा, मेटावर्स का निर्माण एक जटिल प्रक्रिया है और यह साझेदारी इस ²ष्टि को साकार करने के लिए सभी संबंधित प्रौद्योगिकियों के विशेषज्ञों को एक मंच पर एकीकृत करने में सक्षम बनाएगी।
साझेदारी के तहत, ट्रांसलूसिया वैश्विक स्तर पर ट्रांसलूसिया मेटावर्स को संयुक्त रूप से विकसित करने के लिए समर्थन, सहयोग और निवेश प्रदान करने के लिए सहमत हुई है।
20 से अधिक वर्षो के अनुभव के साथ, सूनोवाटेक ट्रांसलूसिया के लिए 3डी वर्चुअल रियलिटी अनुभव तैयार करेगी।
3डी मॉडलिंग और रेंडरिंग डिजाइन में विशेषज्ञता रखने वाले सूनोवाटेक अपने असाधारण अवास्तविक इंजन प्रौद्योगिकी विकास और विशेषज्ञों का उपयोग करके विजुअलाइजेशन के लिए 3डी संपत्ति और वातावरण के विकास में सहायता करेगी।
सूनोवाटेक के संस्थापक ऋषि आहूजा ने कहा, हम सहयोग के इस नए चरण में प्रवेश करने के लिए उत्साहित हैं जहां हम मेटावर्स और अन्य इमर्सिव प्रौद्योगिकियों पर काम कर रहे भारतीय पारिस्थितिकी तंत्र के साथ जुड़ेंगे। इस समय भारत में इस क्षेत्र में करीब 50-60 कंपनियां काम कर रही हैं। हमारा अंतिम लक्ष्य इन कंपनियों में से प्रत्येक की विशेषज्ञता का उपयोग करने के लिए उनके साथ मिलकर काम करना है ताकि कुछ ऐसा बनाया जा सके जो वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धा कर सके।
उन्होंने समझाया, इसके अलावा, भारत प्रौद्योगिकी के लिए एक बड़े प्रतिभा पूल का घर है और नए युग की प्रौद्योगिकियों जैसे मेटावर्स, एआर/वीआर, आदि के साथ है। देशों के भविष्य के विकास के लिए एक बड़ी भूमिका निभाते हुए, हम इस साझेदारी के तहत एक मजबूत प्रतिभा पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण के लिए भी तत्पर हैं। सूनोवाटेक ट्रांसलूसिया के लिए भारत में प्रवेश करने और यहां मेटावर्स के लिए बढ़ते पारिस्थितिकी तंत्र के साथ जुड़ने का प्रवेश द्वार होगा।
--आईएएनएस
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