टोरंटो, 11 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश को भारत के विकास के इंजन के रूप में पेश करते हुए, एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने फरवरी में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के लिए टोरंटो में निवेशकों को लुभाया।निवेशकों को लुभाने के लिए यूपी सरकार ने 17 देशों में प्रतिनिधिमंडल भेजे हैं।
लखनऊ में 10 से 12 फरवरी तक चलने वाले तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन में लगभग 10,000 निवेशकों के भाग लेने की उम्मीद है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के नेतृत्व में और कृषि और पशुपालन मंत्री धर्मपाल सिंह सैनी, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा, इन्वेस्ट यूपी के सीईओ अभिषेक प्रकाश और अन्य लोगों के नेतृत्व में टोरंटो पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को आयोजित रात्रिभोज में कनाडा इंडिया फाउंडेशन के साथ हस्ताक्षर किए।
प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए, कनाडा इंडिया फाउंडेशन के अध्यक्ष सतीश ठक्कर ने वादा किया कि, भारत-कनाडाई निवेशक इंवेस्टर समिट में पेश किए जाने वाले अवसरों का पता लगाने के लिए उत्सुक हैं।
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि, उत्तर प्रदेश भारत में सबसे तेजी से विकास करने वाला राज्य बन गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य को अगले पांच वर्षों में एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए अपने सकल घरेलू उत्पाद को चौगुना करने का मिशन शुरू किया है।
राज्य के मुख्य सचिव, जिन्हें ओसीआई कार्ड बनाने का श्रेय दिया गया है, ने कहा, यूपी की मौजूदा विकास दर आठ प्रतिशत है और यह जल्द ही दोहरे अंकों में पहुंच जाएगी। निवेशक शिखर सम्मेलन विकास को तेज करने की मुख्यमंत्री की योजना का हिस्सा है।
मिश्रा ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन के मिशन के तहत राज्य को भारत के एक्सप्रेसवे का राज्य में बदल दिया गया है।
मुख्य सचिव ने कहा, राज्य व्यवसायों के लिए शीर्ष पायदान बुनियादी ढांचा और सुगम कनेक्टिविटी प्रदान करता है, जिससे यूपी भारत का लॉजिस्टिक केंद्र बन गया है।
मिश्रा ने राज्य को बदलने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार के मिशन के हिस्से के रूप में आगामी रक्षा उत्पादन गलियारे, नए प्रस्तावित हवाई अड्डों और एक्सप्रेसवे और एक जिला-एक-उत्पाद अवधारणा पर भी बात की।
--आईएएनएस
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