मुंबई, 17 अप्रैल (आईएएनएस)। जियो इंस्टीट्यूट ने भारत में शिक्षकों और स्कूल लीडर्स के लिए अपने विशिष्ट रूप से डिजाइन किए गए प्रशिक्षण कार्यक्रमों को साझा करने के लिए अमेरिका स्थित प्रिंसिपल्स ट्रेनिंग सेंटर (पीटीसी) के साथ करार किया है।पीटीसी दुनिया भर के स्कूलों के प्राचार्यो, शिक्षकों, विभागों के प्रमुखों, परामर्शदाताओं और बोर्ड के सदस्यों के अभ्यास और इच्छुक लोगों की अनूठी पेशेवर सीखने की जरूरतों को पूरा करता है।
यह के-12 स्कूलों में व्यवहार में लाने के लिए डिजाइन किया गया विश्वस्तरीय, शोध-संचालित, व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करता है।
जियो इंस्टीट्यूट के प्रोवोस्ट डॉ. जी. रविचंद्रन ने एक बयान में कहा, जियो इंस्टीट्यूट और प्रिंसिपल्स ट्रेनिंग सेंटर के बीच सहयोग हमारे स्कूलों में नवीन शैक्षिक प्रथाओं और प्रशिक्षण को लाने के लिए एक शक्तिशाली गठबंधन है जो हमारे छात्रों के उज्ज्वल भविष्य का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।
प्रिंसिपल्स ट्रेनिंग सेंटर के कार्यकारी निदेशक बांबी बेट्स ने कहा, महत्वपूर्ण शोध इस बात की पुष्टि करते हैं कि स्कूल के नेताओं का छात्रों के सीखने पर सार्थक प्रभाव पड़ सकता है। आगे का रोमांचक काम यह सुनिश्चित करना है कि हर एक स्कूल नेता उस प्रभाव को बनाने के लिए कौशल हासिल करे।
भारत में शुरू किया जा रहा पहला पीटीसी कोर्स - क्रिएटिंग ए इफेक्टिव स्कूल - छात्रों के सीखने और परिणामों में सुधार पर केंद्रित एक प्रभावी स्कूल के लिए एक योजना तैयार करने और लागू करने के लिए एक दृष्टि को स्पष्ट करने के लिए स्कूल के नेताओं के लिए ज्ञान और कौशल प्रदान करता है।
यह बड़ी तस्वीर को संबोधित करता है कि स्कूल क्या हैं और कैसे नेता परिणामों पर ध्यान केंद्रित करके सीखने के लिए परिस्थितियों का अनुकूलन कर सकते हैं। सभी पीटीसी पाठ्यक्रम सिमुलेशन, केस स्टडीज और अन्य व्यावहारिक प्रशिक्षण रणनीतियों का उपयोग करते हैं।
पाठ्यक्रम सामग्री को भारतीय संदर्भ की जरूरतें पूरी करने के लिए तैयार किया गया है।
पाठ्यक्रम सभी शैक्षिक बोर्डो और स्कूलों के शिक्षकों और नेताओं के लिए खुला है। ये स्कूल हैं - अंतर्राष्ट्रीय स्कूल, सीबीएसई स्कूल, आईसीएसई स्कूल और राज्य शिक्षा बोर्ड से संबद्ध स्कूल।
सात दिवसीय आवासीय कार्यक्रम उल्वे (नवी मुंबई) में जियो संस्थान के परिसर में 22 से 28 मई तक पेश किया जाएगा। योग्यता के आधार पर चयनित उम्मीदवारों को छात्रवृत्ति दी जाएगी।
--आईएएनएस
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