कोलकाता, 13 सितम्बर (आईएएनएस)। माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य और पश्चिम बंगाल में पार्टी के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने बुधवार को विपक्षी इंडिया गठबंधन की समन्वय समिति की पहली बैठक में तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की कुर्सी खाली रखने के फैसले की आलोचना की। महान भारतीय महाकाव्य रामायण का संदर्भ देते हुए सलीम ने कहा कि कुर्सी खाली रखने के बजाय बनर्जी के जूते वहां रखे जा सकते थे।
सलीम ने बुधवार शाम मीडियाकर्मियों से कहा, ''हमारे पौराणिक ग्रंथ में एक उदाहरण है कि राजा जब जंगल में जाते थे तो उनकी पादुकाएं (फुटवियर) सिंहासन पर रख दी जाती थीं। उस उदाहरण का पालन यहां भी किया जा सकता था।''
हालांकि, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के दिग्गज नेता ने किसी का नाम नहीं लिया। उनका स्पष्ट निशाना शिवसेना नेता संजय राउत थे, जिन्होंने बैठक में उपस्थित होने में असमर्थता के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए बैठक में कुर्सी खाली होने की घोषणा की थी, क्योंकि उन्हें उसी दिन ईडी ने तलब किया था।
संजय राउत ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से विपक्षी नेताओं के उत्पीड़न के विरोध में उनकी कुर्सी खाली रखी जाएगी। बनर्जी इंडिया गठबंधन की समन्वय समिति में तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधि हैं, माकपा ने अभी तक वहां अपना कोई प्रतिनिधि नामित नहीं किया है।
सलीम की टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब माकपा महासचिव सीताराम येचुरी के पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ एक ही मंच पर साझा करने को लेकर पश्चिम बंगाल में पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व की तीखी आलोचना हो रही है।
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