बेंगलुरु, 12 सितंबर (आईएएनएस)। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए घर से काम करने की अनुमति नहीं है। सीएम सिद्धारमैया ने जिला आयुक्तों और जिला पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों की बैठक में कहा, ''जिला और तालुक केंद्रों के अधिकारियों को घर से काम नहीं करना चाहिए। घर पर बैठकर काम न करें। घर से काम करने की अनुमति नहीं है। अगर इससे लोगों को परेशानी होगी तो सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी।''
जनता, विधायकों और मंत्रियों की भी शिकायतें हैं कि अधिकारी फोन कॉल का जवाब नहीं देते हैं। यह ठीक नहीं है। आपको कॉल का जवाब देना चाहिए, कॉल चाहे मुख्यमंत्री कार्यालय से हो, मंत्रियों के हों, विधायकों के हों या आम लोगों के हों।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि सभी विधायक, चाहे वे किसी भी दल के हों, प्रोटोकॉल का अनिवार्य रूप से पालन करें। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अधिकारियों की लापरवाही और अभद्रता के कारण सरकार की बदनामी हुई तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सिद्धारमैया ने डीसी और जिला पंचायत सीईओ को स्पष्ट निर्देश दिया कि वे मंत्रियों और विधायकों को सप्ताह में एक बार तालुका स्तर पर सार्वजनिक बैठकें आयोजित करने और उनकी शिकायतों का जवाब देने के लिए आमंत्रित करें।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों से सवाल किया कि ''लोग छोटी-छोटी समस्याओं के लिए मेरे पास आते हैं तो आप किसलिए हैं।''
मुख्यमंत्री बनने के बाद मैंने कई जिलों का दौरा किया है। इस दौरान आम लोगों ने सैकड़ों अनुरोध किये। लोग मेरे पास ऐसी समस्याएं लेकर आ रहे हैं, जिन्हें जिला और तालुक स्तर पर हल करने की जरूरत है। यदि आप सार्वजनिक बैठकें करते और तुरंत समाधान करते तो ऐसा नहीं होता।
उन्होंने कहा, "एक सप्ताह के भीतर कुछ मुद्दों का समाधान प्रदान करें। फिर से जांचें कि क्या समस्या हल हो गई है। फिर लोगों को मेरे पास नहीं आना पड़ेगा।"
--आईएएनएस
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