तिरुवनंतपुरम, 21 नवंबर (आईएएनएस)। यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट विपक्ष का नेतृत्व करने वाली कांग्रेस ने तब राहत की सांस ली है, जब आईयूएमएल सुप्रीमो पनक्कड़ सादिकली शिहाब थंगल ने कहा कि उनकी पार्टी की यूडीएफ छोड़ने की कोई योजना नहीं है।
थंगल ने कहा, ''हम अपने रुख से और अपने राजनीतिक विचारों में बदलाव के लिए एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे। हम 'बैंक' रूट नहीं अपनाना चाहते। और अगर कोई यह आशा कर रहा है कि हम अपने राजनीतिक विचारों को बदल देंगे, तो इसे हमेशा के लिए खत्म किया जा सकता है।''
पिछले कुछ सालों में आईयूएमएल बढ़त हासिल करने की कोशिश में लगातार उतार-चढ़ाव करती रही है, खासकर जब कांग्रेस दबाव में आ गई हो। 2011 में, जब ओमन चांडी सरकार ने 140 सदस्यीय केरल विधानसभा में सिर्फ दो सीटों के बहुमत के साथ अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा किया, तब आईयूएमएल ने अपनी ताकत दिखाई और पांचवां कैबिनेट पद हासिल किया।
पिछले कुछ समय से पिनाराई विजयन की सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ वाम मोर्चा सरकार कठिन समय से गुजर रही है और आगामी लोकसभा चुनाव नजदीक होने के कारण वे आईयूएमएल को लुभाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
सीपीआई (एम) ने कांग्रेस को अस्थिर करने की पूरी कोशिश की जब उन्होंने आईयूएमएल को फिलिस्तीन समर्थक रैली के लिए आमंत्रित किया, लेकिन आईयूएमएल द्वारा निमंत्रण स्वीकार नहीं करने का फैसला करने के बाद कांग्रेस ने राहत की सांस ली।
इसके बाद सीपीआई (एम) की दूसरी शाखा आई, जब उन्होंने आईयूएमएल की प्रशंसा की और सीएम विजयन की चल रही राज्यव्यापी यात्रा में शामिल होने के लिए लुभाने की कोशिश की। लेकिन, आईयूएमएल ने इसे अस्वीकार कर दिया।
मंगलवार की सुबह वाम मोर्चा के संयोजक ई.पी. जयराजन ने आईयूएमएल के अनुभवी विधायक पी.के. कुन्हालीकुट्टी की एक सशक्त नेता के रूप में प्रशंसा की।
जयराजन ने पर्याप्त संकेत देते हुए कहा, "आईयूएमएल में कई चीजें हो रही हैं," थंगल के बयान का कोई मतलब नहीं है।
--आईएएनएस
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