iGrain India - नई दिल्ली। बढ़ती गर्मी के साथ चीनी की घरेलू एवं औद्योगिक मांग में वृद्धि होने लगी है। कोल्ड ड्रिंक्स एवं आइसक्रीम के साथ-साथ अन्य पेय पदार्थों के निर्माण में चीनी का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है। इसके फलस्वरूप 13 से 19 अप्रैल वाले सप्ताह के दौरान चीनी के मिल डिलीवरी भाव तथा हाजिर बाजार मूल्य में अच्छी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई।
मिल डिलीवरी भाव
समीक्षधीन सप्ताह के दौरान चीनी का मिल डिलीवरी भारी पूर्वी उत्तर प्रदेश में 90 रुपए प्रति क्विंटल पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 85 रुपए, पंजाब में 50 रुपए, बिहार में 111 रुपए तथा गुजरात में 30/41 रुपए प्रति क्विंटल तेज रहा। दरअसल इससे पूर्ववर्ती सप्ताह में चीनी का दाम नरम पड़ गया था जिससे खरीदारों को इसकी लिवाली करने का प्रोत्साहन मिला।
हाजिर भाव
चीनी के हाजिर बाजार मूल्य में भी अच्छी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। दिल्ली में यह 50 रूपए सुधरकर 4090/4210 रुपए प्रति क्विंटल, इंदौर में 70/120 रुपए उछलकर 3920/4020 रुपए तथा रायपुर में 125 रुपए बढ़कर 3950/4025 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया। मुम्बई (वाशी) मार्केट में चीनी का दाम 50 रुपए की वृद्धि के साथ 3770/3870 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। वहां नाका पोर्ट डिलीवरी मूल्य में भी 50 रुपए की बढ़ोत्तरी हुई।
महाराष्ट्र
महत्वपूर्ण बात यह रही कि समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान महाराष्ट्र में चीनी के टेंडर मूल्य में 55 रुपए से 134 रुपए प्रति क्विंटल तक की तेजी रही मगर कर्नाटक में विभिन्न रूख देखा गया। वहां चीनी का टेंडर मूल्य एस ग्रेड के लिए 30 रुपए तथा एम ग्रेड के लिए 40 रुपए प्रति क्विंटल घट गया मगर एसएस ग्रेड के लिए 70 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ गया। कोलकाता में चीनी के हाजिर बाजार मूल्य में 30 से 90 रुपए प्रति क्विंटल तक की बढ़ोत्तरी हुई।
उत्पादन
चीनी का घरेलू उत्पादन 15 अप्रैल तक करीब 311 लाख टन पर पहुंच गया जबकि पूरे सीजन में 320 लाख टन तक पहुंचने की उम्मीद है। पिछले स्टॉक के साथ इसकी उपलब्धता की स्थिति बेहतर रहेगी। सरकार कम से कम चालू मार्केटिंग सीजन के दौरान चीनी के निर्यात की अनुमति देने के मूड में नहीं है जबकि उद्योग 10 लाख टन के निर्यात के लिए स्वीकृति मांग रहा है।