हुबली (कर्नाटक), 18 दिसंबर (आईएएनएस) । बालेहोसुर के लिंगायत संत दंगलेश्वर स्वामीजी ने कहा है कि राज्य में समुदाय के दूसरे दर्जे के नेताओं और प्रमुख धार्मिक मठाधीशों को खत्म करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
यह बयान रविवार को स्वामीजी के 68वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार की मौजूदगी में दिया गया।
सभा को संबोधित करते हुए संत ने कहा, "राज्य की राजनीति में मठों और दूसरे दर्जे के नेतृत्व को नष्ट करने की एक व्यवस्थित साजिश है। मुझे नहीं पता कि मुझे जन्मदिन के इस अवसर पर इस बारे में बात करनी चाहिए या नहीं, लेकिन किसी का विनाश हमें बर्दाश्त नहीं करना चाहिए।"
िििििििििििििििििििििििििििसंत ने कहा, "धार्मिक संत और राजनीतिक नेतृत्व समाज के लिए मजबूत स्तंभ हैं। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि लिंगायत नेतृत्व का स्तंभ मजबूत हो और इस संबंध में जागृत होने का समय आ गया है।"
हिंदू पुराणों का हवाला देते हुए, दंगलेश्वर स्वामीजी ने कहा: "समुदाय के नेताओं और धार्मिक मठाधीशों को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हथियार दिए जाने चाहिए।"
उन्होंने कहा, "देवी के पास कोई हथियार नहीं था। दूसरों से हथियार प्राप्त करने के बाद, उन्होंने बुरी ताकतों को नष्ट कर दिया। मैं इसका जिक्र इसलिए कर रहा हूं, क्योंकि हमारे नेताओं को हथियार देने की जरूरत है। कर्नाटक में मजबूत नेताओं और धार्मिक लोगों को कमजोर करने की साजिश चल रही है।" साधु-संत कोई अपवाद नहीं हैं। यहां तक किसाधु-संतों को भी निशाना बनाया जाता है और बदनाम किया जाता है।"
--आईएएनएस
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