धनबाद, 25 जुलाई (आईएएनएस)। जेल में बंद झरिया के पूर्व भाजपा विधायक संजीव सिंह अब जीना नहीं चाहते। उन्होंने अदालत से इच्छामृत्यु की इजाजत देने की गुहार लगाई है। उन्होंने अदालत को दिए गए दरख्वास्त में कहा है कि वह बुरी तरह बीमार हैं। लेकिन, सरकार उनका उचित इलाज नहीं होने देना चाहती। ऐसी स्थिति में वह अपने लिए मौत चाहते हैं।संजीव सिंह 60 से 80 के दशक में धनबाद के माफिया किंग कहे जाने वाले सूरजदेव सिंह के पुत्र हैं। उन पर अपने चचेरे भाई और धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या का आरोप है। इस मामले में वह पिछले पांच साल से भी ज्यादा वक्त से जेल में बंद हैं।
पिछले 11 जुलाई को वह जेल में कुर्सी से गिरकर जख्मी हो गए थे। उनका इलाज धनबाद के शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमसीएच) में चल रहा है।
संजीव सिंह ने अदालत से इच्छामृत्यु की गुहार तो लगाई ही है, उन्होंने मृत्यु के बाद अपने अंगों को दान करने की भी इच्छा जताई है। संजीव सिंह के वकील मोहम्मद जावेद ने बताया कि डिस्ट्रिक्ट सेशन कोर्ट में यह अपील दायर की गयी है।
बता दें कि सोमवार को संजीव के बेहतर इलाज के लिए सुपर मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल भेजे जाने के आवेदन पर अदालत में सुनवाई हुई थी। सुनवाई के दौरान जेल प्रशासन ने संजीव सिंह की स्वास्थ्य संबंधी रिपोर्ट सौंपी थी। इस पर अदालत ने आदेश सुरक्षित रखा है।
इसके पूर्व 22 जुलाई को अदालत में एसएनएमसीएच एवं मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी धनबाद के कार्यालय द्वारा रिपोर्ट पेश की गई थी। इसमें संजीव सिंह को बेहतर इलाज के लिए रिम्स रांची भेजे जाने की अनुशंसा की गई थी। संजीव सिंह रिम्स के बजाय बाहर में किसी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में अपने खर्च पर इलाज कराना चाहते हैं। उनके अधिवक्ता का कहना है कि यदि समय पर ठीक ढंग से इलाज की सुविधा नहीं मिली तो किसी अप्रिय घटना से इनकार नहीं किया जा सकता।
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