पटना, 9 दिसंबर (आईएएनएस)। किसान आंदोलन को लेकर पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने सोमवार को कहा कि किसान से किसी को कोई मतलब नहीं है। देश में मंदिर-मजिस्द, हिंदू-मुसलमान और केवल जातपात का खेल चल रहा है।पप्पू यादव ने कहा कि जब चुनाव आया तो सरकार ने किसान से समझौता कर लिया। आपने कहा इतने दिन के अंदर एमएसपी लागू कर देंगे। पंजाब हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों के किसानों के अलावा और किसानों को लेकर कोई मतलब नहीं है। क्या बिहार और बंगाल के किसानों को एमएसपी नहीं चाहिए। बिहार में कोई पार्टी किसानों के हित में बात नहीं करती है।
बीपीएससी को लेकर पप्पू यादव ने कहा कि पटना में छात्रों के साथ जो घटना घटी है, यह सब एजुकेशन माफिया की देन है। कोचिंग और बीपीएससी की साठ-गांठ है। सब पैसा कमाने के लिए स्टूडेंट का करियर समाप्त करने में लगे हैं। सर्वर डाउन होने के कारण 80 हजार छात्र फॉर्म नहीं भर पाएं हैं। यह बहुत गलत बात है। मेरा मानना है कि बिहार में अफसर राज है, नीतीश राज नहीं है। यहां अफसर की साठ-गांठ से बिहार चल रहा है।
'इंडिया' ब्लॉक के नेता के तौर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम सामने आने को लेकर पप्पू यादव ने कहा कि ममता बनर्जी बड़ी लीडर हैं, उनका सब सम्मान करते हैं। कांग्रेस भी ममता दीदी का सम्मान करती है। ममता दीदी को हम लोग अपनी बड़ी बहन और अपनी मां की तरह देखते हैं। राहुल गांधी भी उनका सम्मान करते हैं। ममता दीदी को दिल बड़ा करके आगे बढ़ना चाहिए।
महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी से समाजवादी पार्टी के अलग होने को लेकर उन्होंने कहा कि कुछ मुद्दों पर मतभेद रहता है। सब एक हैं और अखिलेश यादव बहुत सौम्य पॉलिटिशियन है। क्षेत्रीय स्तर पर उनका कुछ मामला होगा, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर अखिलेश यादव कांग्रेस के साथ चल रहे हैं। हम लोग सदन और सदन के बाहर "एनडीए की हिटलरशाही" के खिलाफ हैं।
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