कोलकाता, 11 अगस्त (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में रेल हादसाें से हाथियों की जान बचाने के लिए केंद्रीय रेल मंत्रालय ने खास कदम उठाए हैं। भविष्य में ऐसी टक्करों से हाथियों को बचाने के लिए रेल मंत्रालय ने 77 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। जिसके जरिए ऐसा सिस्टम तैयार किया जाएगा जो रेलवे ट्रैक पर हाथियों के आने की सूचना देगा।इस सिस्टम से रेलवे को हाथियों की लोकेशन का पता चल पाएगा। जब हाथियों का झुंड ट्रेन की पटरियों के पास आएगा, तो निकटतम रेलवे स्टेशन को एक संदेश जाएगा, जिसके बाद ट्रेन के ड्राइवर को गति धीमी करने के लिए अलर्ट भेजेगा जाएगा।
इसके साथ ही राज्य वन विभाग को भी अलर्ट भेजा जाएगा ताकि वह हाथियों के झुंड को पटरियों से दूर करने का काम कर सकें।
रेलवे ने यह राशि अलीपुरद्वार, रंगिया, लुमडिंग और कटिहार डिवीजनों के लिए दी है। यह इलाके ऐसी ट्रेन-टक्कर के लिए सबसे अधिक संवेदनशील माने जाते हैं।
अलीपुरद्वार डिवीजन के डिवीजनल रेलवे मैनेजर अमरजीत गौतम ने कहा कि केंद्रीय मंत्रालय किसी भी कीमत पर ऐसी टक्करों को रोकने के लिए गंभीर है।
उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ साल में कम से कम 83 हाथियों की जान बचाई गई। इसको लेकर ट्रेन चालकों को सख्त निर्देश भी दिए गए हैं कि वह हाथी गलियारे से गुजरते समय 30 किमी प्रति घंटे की गति सीमा को पार न करें।
उन्होंने कहा कि रेलवे ड्राइवरों को निर्देश दिया गया है कि रेलवे ट्रैक पर हाथी देखे जाने पर तुरंत आपातकालीन ब्रेक का उपयोग कर ट्रेन को रोकें। हमें पूरी उम्मीद है कि नए सिस्टम से हाथियों की जान बचाने में मदद मिलेगी।
--आईएएनएस
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