नई दिल्ली, 24 मई (आईएएनएस)। वेदांता लिमिटेड की सहायक कंपनी स्टरलाइट कॉपर ने हाइब्रिड रिन्यूएबल एनर्जी की सोर्सिग के लिए एक स्पेशल परपज व्हीकल (एसपीवी) स्थापित किया है जिसके तहत सेरेंटिका रिन्यूएबल्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एसआरआईपीएल) के साथ हाथ मिलाया है।स्टरलाइट की सिलवासा यूनिट के लिए 16 मेगावाट हाइब्रिड रिन्यूएबल पावर के सोर्स के डील के हिस्से के रूप में पावर डिलीवरी एग्रीमेंट (पीडीए) पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
हाइब्रिड एनर्जी प्रोजेक्ट का निर्माण कैप्टिव मॉडल पर किया जाएगा और यह बिल्ड-ओन-ऑपरेट आधार पर संचालित होगी। इसे 70:30 डेब्ट-टू-इक्विटी आधार पर वित्तपोषित किया गया है, जिसमें स्टरलाइट कॉपर की एसपीवी में 26 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी है।
अगस्त 2024 के लिए निर्धारित प्रोजेक्ट के चालू होने की तारीख से 25 वर्षों के लिए पीडीए प्रभावी रहेगा।
टिकाऊ ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में हाल के कदम के जवाब में, स्टरलाइट कॉपर के डिप्टी सीईओ पुनीत खुराना ने कहा, हमें इस प्रोजेक्ट के लिए सेरेंटिका रिन्यूएबल्स के साथ सहयोग करने पर गर्व है। यह साझेदारी हमारी ईएसजी जर्नी के लिए बेहद अहम है। यह स्टरलाइट केयर्स के हमारे सस्टेनेबिलिटी एजेंडे के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण की हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप है। चूंकि हमारे उद्योग के लिए सस्टेनेबिलिटी अनिवार्य है, हम बेहतर कल के लिए आज निवेश करना जारी रखेंगे।
उन्होंने आगे कहा, इस सहयोग के माध्यम से, स्टरलाइट कॉपर का लक्ष्य पारंपरिक थर्मल पावर से हाइब्रिड रिन्यूएबल्स एनर्जी में एक सुचारु परिवर्तन करना है। हाइब्रिड रिन्यूएबल्स एनर्जी से स्कोप 2 ग्रीनहाउस गैस (जीएचजी) उत्सर्जन में 64,535 मीट्रिक टन कार्बन डाइऑक्साइड समकक्ष (एमटीसीओ2ई) की कमी होने की उम्मीद है। यह वेदांता के 2050 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन हासिल करने के लक्ष्य के अनुरूप है।
स्टरलाइट कॉपर ने हाल ही में वेदांता के ईएसजी विजन के अनुरूप ईएसजी सब-ब्रांड स्टरलाइट केयर्स लॉन्च किया है। यह समुदाय, पर्यावरण और कार्यबल को बदलने के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता को पुनस्र्थापित करता है।
--आईएएनएस
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