कोलकाता, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के मद्देनजर, पश्चिम बंगाल में पार्टी के एक नेता ने रविवार को परोक्ष रूप से "भ्रष्ट ताकतों" से हाथ मिलाने की उनकी पिछली कोशिशों के लिए आलाकमान को जिम्मेदार ठहराया।हालांकि कांग्रेस नेता और कलकत्ता उच्च न्यायालय के वकील कौस्तव बागची ने "भ्रष्ट ताकतों" के रूप में किसी विशेष पार्टी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका स्पष्ट संकेत कांग्रेस नेताओं द्वारा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के साथ इंडिया ब्लॉक की बैठकों में मंच साझा करने के संबंध में था।
विधानसभा चुनाव के रुझान स्पष्ट होने के ठीक एक घंटे बाद बागची ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "अक्सर यह कहा जाता है कि जहां कोई व्यक्ति अच्छी संगति में रहता है तो स्वर्ग प्राप्त करता है, वहीं बुरी संगति में रहने पर वह बर्बाद हो जाता है। चुनाव परिणाम सभी चोरों और डकैतों के साथ एक ही मंच साझा करने के खिलाफ जनता की भावनाओं का प्रतिबिंब हैं। अगर पार्टी परजीवी की तरह दूसरों पर निर्भर रहने की बजाय अपने पैरों पर खड़े होने की कोशिश नहीं करती है तो कांग्रेस मुक्त भारत बहुत दूर की बात नहीं है। अगर ऐसा दिन आता है तो जिम्मेदारी भाजपा से ज्यादा हमारी होगी।"
बागची ने शनिवार को ही तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ कथित कैश फॉर क्वेरी घोटाले में कार्रवाई के मुद्दे पर संसद की आचार समिति के कामकाज की समीक्षा की मांग करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र भेजने के कदम के लिए राज्य कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी के खिलाफ तीखा हमला किया।
बागची ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "आज हम महुआ मोइत्रा को नन बता रहे हैं। कल हम अभिषेक बनर्जी और ममता बनर्जी के लिए भी ऐसा ही कर सकते हैं।“
--आईएएनएस
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