नई दिल्ली, 10 फरवरी (आईएएनएस)। मुंबई 10 एशिया-प्रशांत (एपीएसी) शहरों में सातवें स्थान पर है और इस क्षेत्र में सीमा पार निवेश के लिए एक पसंदीदा गंतव्य के रूप में उभरा है।दुनिया की अग्रणी रियल एस्टेट कंसल्टिंग फर्म सीबीआरई ने शुक्रवार को अपने 2023 एशिया पैसिफिक इन्वेस्टर इंटेंशन्स सर्वे के निष्कर्षों की घोषणा की।
सर्वेक्षण के अनुसार, मुंबई सूची में शंघाई (रैंक 8), हनोई (रैंक 9) और सियोल (रैंक 10) से आगे है। पिछले दो वर्षों में किसी अन्य भारतीय शहर को सूची में शामिल नहीं किया गया। सीमा पार निवेश के लिए लक्ष्य बाजार के रूप में टोक्यो लगातार चौथे वर्ष चार्ट में शीर्ष पर रहा, इसके बाद सिंगापुर का स्थान रहा। वियतनाम चीन-प्लस वन गंतव्य के रूप में अपनी स्थिति से लाभ प्राप्त करना जारी रखता है। मुंबई (रैंक 7) और शंघाई (रैंक 8) लंबी अवधि के निवेशकों के लिए दुनिया की दो सबसे बड़ी उभरती अर्थव्यवस्थाओं में अपने रियल एस्टेट एक्सपोजर को जोड़ने के लिए फोकस बने हुए हैं।
सर्वेक्षण में सभी परिसंपत्ति वर्गों को शामिल किया गया, जिसमें पाया गया कि लगभग एक-तिहाई (31 प्रतिशत) निवेशक इस वर्ष बाजार की मौजूदा स्थितियों का लाभ उठाने के लिए अवसरवादी रणनीतियों, व्यथित संपत्तियों और गैर-निष्पादित ऋणों को टारगेट करेंगे। अंशुमान मैगजीन, चेयरमैन और सीईओ - भारत, दक्षिण-पूर्व एशिया, मध्य पूर्व और अफ्रीका, सीबीआरई ने कहा, भारत में रियल एस्टेट क्षेत्र 2022 तक लचीला रहा है। चुनौतीपूर्ण समय के बावजूद, व्यवसायों ने भारत को एक आकर्षक, लचीला और लागत प्रभावी निवेश गंतव्य के रूप में देखा है। भारतीय अर्थव्यवस्था के 2023 में वैश्विक विकास का एक प्रमुख चालक बने रहने की संभावना है। रियल एस्टेट में निवेश गतिविधि 2022 में सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई, मुंबई, दिल्ली-एनसीआर, 2022 में संचयी रूप से 56 प्रतिशत निवेश करती है। हमें उम्मीद है कि 2023 में पूंजी प्रवाह स्थिर रहने की संभावना है।
हेनरी चिन, ग्लोबल हेड ऑफ इन्वेस्टर थॉट लीडरशिप एंड हेड ऑफ रिसर्च, एशिया पैसिफिक, सीबीआरई ने कहा, एशिया पैसिफिक के निवेशकों के लिए इंडस्ट्रियल और लॉजिस्टिक्स सबसे पसंदीदा एसेट क्लास बने हुए हैं, इसके बाद ऑफिस और रेजिडेंशियल हैं। सर्वेक्षण में पाया गया है कि मुख्य निवेशक अभी भी कार्यालयों को अपनी शीर्ष पसंद के रूप में चुनते हैं। निवेशक आवासीय क्षेत्र में बहुत अधिक रुचि दिखा रहे हैं, विशेष रूप से बहुपरिवार/किराए पर निर्मित। हमें उम्मीद है कि 2023 में सभी एसेट क्लास में यील्ड का और विस्तार होगा।
सर्वेक्षण के अनुसार, 60 प्रतिशत से अधिक निवेशकों को 2023 में खुदरा और ग्रेड ए कार्यालयों में छूट मिलने की उम्मीद है। लॉजिस्टिक्स सबसे पसंदीदा परिसंपत्ति वर्ग होने के बावजूद, इस वर्ष केवल 11 प्रतिशत निवेशक ही मांग मूल्य से अधिक बोली लगाने को तैयार हैं, जबकि 2022 में यह 35 प्रतिशत था।
ग्रेग हाइलैंड, कैपिटल मार्केट्स के प्रमुख, एशिया पैसिफिक, सीबीआरई ने कहा, धन उगाहने के अच्छे स्तर के बावजूद, अधिकांश निवेशक सतर्क ²ष्टिकोण अपना रहे हैं क्योंकि वे प्रतिफल विस्तार के संकेतों और ब्याज दर को स्थिर करने के चक्र को स्थिर करने के लिए देख रहे हैं।
--आईएएनएस
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