पटना, 31 मई ( आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव में बिहार की 40 सीटों पर जीत दर्ज करने के लक्ष्य को लेकर उतरे एनडीए के सभी सहयोगी दलों के नेताओं ने जमकर पसीना बहाया।बिहार में सात चरणों के इस चुनाव में मुख्य मुकाबला एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच रहा। दोनों गठबंधनों के दलों ने करीब 80 दिनों में खूब जोर आजमाइश की।
इस चुनाव में एनडीए ने अपने लक्ष्य को साधने के लिए राष्ट्रीय स्तर के नेताओं के साथ अन्य प्रदेशों के स्टार प्रचारक बिहार में उतारे। इस दौरान पटना में पीएम नरेंद्र मोदी ने रोड शो के जरिए भी एनडीए के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की।
प्रधानमंत्री मोदी और अन्य दिग्गज नेताओं के लगातार बिहार दौरे से एनडीए कार्यकर्ताओं में भी उत्साह और जोश बढ़ा। बिहार में एनडीए 2019 के लोकसभा चुनाव के परिणाम को दोहराना चाहती है। 2019 में राज्य की 40 लोकसभा सीटों में से एनडीए के खाते में 39 सीटें आई थी।
2024 में एक बार फिर एनडीए की कोशिश है कि राज्य की सभी 40 सीटें उनके खाते में आ जाए। यही कारण माना जा रहा है कि पीएम मोदी सहित भाजपा के अन्य नेता यहां सभी चरणों के चुनाव प्रचार में पहुंचते रहे।
पीएम मोदी ने इस चुनाव के दौरान भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंचकर करीब दो घंटे गुजारे और कार्यकर्ताओं से मुलाकात भी की। इस चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार में 15 जनसभाएं की और पटना में रोड शो कर एनडीए के पक्ष में माहौल बनाया।
पीएम मोदी लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद पहली बार 4 अप्रैल को जमुई पहुंचे थे और चुनावी रैली की थी। इसके बाद 7 अप्रैल को नवादा तथा 16 अप्रैल को गया और पूर्णिया पहुंचकर एनडीए उम्मीदवारों के लिए वोट मांगे थे। पीएम मोदी ने अंतिम चरण यानी सातवें चरण के चुनाव को लेकर 25 मई को पाटलिपुत्र, बक्सर और काराकाट में चुनावी रैली को संबोधित किया।
इस लोकसभा चुनाव में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी बिहार के विभिन्न लोकसभा क्षेत्रों में 11 चुनावी रैलियों को संबोधित कर एनडीए प्रत्याशियों के लिए वोट मांगे। इसके अलावा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बिहार में नौ चुनावी रैलियां की। जबकि, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 9 जनसभाओं को संबोधित किया।
इसके अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी नौ चुनावी रैलियों में एनडीए के लिए वोट की अपील की। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी इस चुनाव में बिहार पहुंचे और तीन चुनावी रैलियों को संबोधित किया। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने पांच सभाओं में एनडीए के प्रत्याशियों के लिए वोट मांगे।
भाजपा के सांसद और भोजपुरी अभिनेता मनोज तिवारी भी चुनावी प्रचार के लिए बिहार पहुंचे। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और निर्मला सीतारमण भी चुनावी समर में प्रचार के लिए बिहार पहुंची। इन सभी ने जहां केंद्र की विकास योजनाओं को लेकर लोगों के सामने प्रमुखता से अपनी बात रखी। वहीं, राजद के शासनकाल के जंगलराज को भी याद कराया।
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