लखनऊ, 3 सितंबर (आईएएनएस)। अयोध्या दीपोत्सव को भव्य बनाने के लिए यूपी सरकार तेज गति से कार्य कर रही है। इस वर्ष न केवल राम की पैड़ी, नया घाट समेत अयोध्या के विभिन्न घाटों को 25 लाख से ज्यादा दीयों से सजाया जाएगा, बल्कि चार दिनों तक चलने वाले दीपोत्सव कार्यक्रम में साज-सज्जा इस कदर आकर्षक होगी, जो अयोध्या को साकेत धाम की वास्तविक अलौकिक आभा प्रदान करेगी।
जानकारी के अनुसार 28 से 31 अक्टूबर के बीच अयोध्या में इस वर्ष होने वाले भव्य दीपोत्सव कार्यक्रम में प्रतिदिन विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान प्रतिदिन विभिन्न शिफ्ट्स में कार्यक्रमों का आयोजन होगा और मुख्य कार्यक्रम की समय अवधि 45 मिनट की रहेगी।
अयोध्या दीपोत्सव के दौरान 100 से ज्यादा कलाकार राम की पैड़ी व अन्य कार्यक्रम स्थलों पर प्रस्तुति देंगे। इनमें प्रभु श्रीराम के जीवन चरित्र से जुड़े विभिन्न प्रसंगों का मंचन मुख्य रहेगा। इसके साथ ही मुख्य कार्यक्रम की शोभा भव्य लेजर शो, मल्टीमीडिया प्रोजेक्शंस और आर्टिस्टिकली कोरियोग्राफ्ड फायरक्रैकर होगा, जो पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे और अयोध्या के आकाश को विभिन्न प्रकार की रोशनी से सराबोर करेंगे।
कोरियोग्राफ्ड ग्रीन एरियल फायरक्रैकर शो को 10 मिनट से ज्यादा अवधि के लिए संचालित किया जाएगा। दीपोत्सव कार्यक्रम में भव्य शोभायात्रा का भी आयोजन होगा, जिसमें राम रथ समेत सात बड़े मैकेनाइज्ड टैब्ल्यू को भी शोकेस किया जाएगा। यह सभी टैब्ल्यू प्रभु श्रीराम के विभिन्न प्रसंगों से संबंधित होंगे।
माना जा रहा है कि दीपोत्सव कार्यक्रम के दौरान ही अयोध्या समेत आसपास के सभी प्रमुख क्षेत्रों के वर्चुअल रियलिटी प्लेटफॉर्म के जरिए दर्शन कराने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। जिन तीर्थस्थलों को वर्चुअल रियलिटी के जरिए जोड़े जाने की प्रक्रिया शुरू की गई है, इसमें श्रीराम जन्मभूमि मंदिर, हनुमान गढ़ी मंदिर, नागेश्वर नाथ मंदिर, राम की पैड़ी, छोटी देवकाली मंदिर, बड़ी देवकाली मंदिर, कनक भवन मंदिर व दशरथ महल मंदिर मुख्य हैं।
इसके अतिरिक्त, रंग महल मंदिर, सूर्य कुंड, भरत कुंड, गुप्तार घाट, राम हेरिटेज वॉक (साकेत पेट्रोल पंप से लता मंगेशकर चौक तक), राम गुलेला मंदिर, श्रृंगी ऋषि का आश्रम, मखोड़ा धाम, सिया राम किला, जैन मंदिर, छपिया नारायण मंदिर तथा अमावा मंदिर को भी वर्चुअल रियलिटी प्रक्रिया से जोड़े जाने पर कार्य शुरू हो गया है।
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग व अयोध्या विकास प्राधिकरण इन सभी कार्यों को पूरा करने के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं और एजेंसी आवंटन व कार्य निर्धारण समेत विभिन्न प्रकार की प्रक्रियाओं पर कार्य जारी है। दीपोत्सव कार्यक्रम के दौरान अयोध्या को इंटेलिजेंट डायनेमिक कलर चेंजिंग एलईडी डेकोरेटिव पैनल्स व मल्टीमीडिया प्रोजेक्शंस समेत विभिन्न प्रकार की आधुनिक लाइटिंग से युक्त किया जाएगा।
नया घाट समेत राम की पैड़ी पर स्वागत द्वार बनाए जाएंगे, जिन्हें थीमैटिक लाइटेड आर्क पिलर्स से युक्त किया जाएगा। अयोध्या शहर के भक्ति पथ समेत विभिन्न मुख्य पथों को आकर्षक रोशनी व पुष्प सज्जा से युक्त किया जाएगा, इसके साथ ही अयोध्या से गोंडा की ओर जाने वाले मार्ग पर गोंडा ब्रिज व अयोध्या से बस्ती जाने वाले मार्ग पर बस्ती ब्रिज को आकर्षक रोशनी से सजाया जाएगा।
पूरा अयोध्या धाम ही विभिन्न प्रकार की लाइटों से जगमगा उठेगा और सभी प्रमुख मंदिरों का विशेष रूप से आर्टिस्टिक डेकोरेशन होगा, जिसमें रोशनी सज्जा प्रमुख रहेगी। अयोध्या के 500 से ज्यादा प्रमुख स्थलों को आकर्षक साइनेज बोर्ड्स से सजाया जाएगा। इसके अतिरिक्त 20 आर्टिस्टिक इंस्टॉलेशन की भी अयोध्या के विभिन्न क्षेत्रों में दीपोत्सव कार्यक्रम के दृष्टिगत स्थापना की जाएगी।
बता दें कि वर्ष 2017 से ही दीपावली पर अयोध्या के सरयू घाट रिकॉर्ड संख्या में दीपों से जगमग होते रहे हैं। वर्ष 2024 में आठवें दीपोत्सव कार्यक्रम के आयोजन को लेकर कार्ययोजना निर्धारित की जा चुकी है। इस बार का दीपोत्सव कई मायनों में खास होने जा रहा है। यह इसलिए भी खास होगा क्योंकि रामलला के श्रीविग्रह की स्थापना के बाद इस वर्ष यह पहली बार आयोजित होगा। ऐसे में सरकार दीपोत्सव को भव्य बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
--आईएएनएस
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