पटना, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को धनतेरस के अवसर पर देश भर के 51,236 चयनित अभ्यर्थियों को रोजगार मेले में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नियुक्ति पत्र दिए। इस मेले में बिहार के 217 युवाओं को नियुक्ति पत्र मिले हैं।बिहार के मधुबनी जिले की रहने वाली अदिति कुमारी की नियुक्ति एनटीपीसी में इंजीनियर एग्जीक्यूटिव ट्रेनी के पोस्ट पर हुई है। अदिति अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, दोस्त और शिक्षकों को देना चाहती है। धनतेरस के दिन नियुक्ति पत्र मिलने से अदिति काफी खुश हैं।
उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “मेरे लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है। इस रोजगार मेले के आयोजन की वजह से हजारों युवाओं को रोजगार मिला है। मैं और मेरे माता-पिता बहुत खुश हैं। अब हम सब दीपावाली बहुत अच्छे से मनाएंगे।”
बिहार के सीतामढ़ी के रहने वाले राम पासवान की नियुक्ति सीआरपीएफ सीटीडीजी के पद पर हुई है। इसके लिए वो अपने माता-पिता सहित अपनी सफलता का श्रेय पूरे परिवार और प्रधानमंत्री मोदी को देते हैं। धनतेरस के दिन नियुक्ति पत्र मिलने पर राम पासवान ने कहा कि इस बार की दीपावाली, बंपर होगी। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बहुत-बहुत धन्यवाद।
बिहार सासाराम के चमराहा के रहने वाले विमल कुमार की भी नियुक्ति सीआरपीएफ में हुई है। इसके लिए विमल कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। धनतेरस के दिन नियुक्ति पत्र मिलने पर विमल ने खुशी जाहिर की।
राजधानी पटना की रहने वाली अदिति राज की नियुक्ति डाक विभाग में बीपीएम के पोस्ट पर हुई है। उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए खुशी जाहिर की है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने मम्मी-पापा को दिया है। धनतेरस के दिन नियुक्ति पत्र मिलने पर अदिति ने कहा कि इस खुशी को मैं बयां नहीं कर सकती। मुझे बहुत खुशी मिली है। नौकरी की तैयारी कर रहे बेरोजगार युवाओं को अदिति राज ने कहा कि लगे रहिए कोशिश कीजिए सफलता आपको जरूर मिलेगी।
इसके बाद इस कार्यक्रम में शामिल होने पटना आए केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी तथा पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने इस कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से पूरे देश में 51,236 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिए हैं। बिहार के 217 युवाओं को नियुक्ति पत्र मिले हैं। रोजगार के सृजन की दिशा में जो काम हो रहा है, उस विषय पर पीएम मोदी ने अपने भाषण में विस्तार से चर्चा की है। रोजगार का मतलब सिर्फ सरकारी नौकरी नहीं होता है बल्कि रोजगार के अवसर मिलने चाहिए। उन्होंने बताया कि रोजगार केवल सरकारी नौकरियों तक सीमित नहीं है, बल्कि नए स्टार्टअप, एमएसएमई और इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास के जरिए भी रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “प्रधानमंत्री ने भारतीय युवाओं को विदेशी नौकरियों और कौशल विकास के लिए जो अवसर दिए हैं, उस पर भी बात की। यह युवा शक्ति देश के विकास और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। हम समझते हैं कि बोलना और करना दो अलग बातें हैं। कुछ लोग केवल बातें करते हैं, जबकि कुछ लोग वास्तविकता में काम करते हैं। प्रधानमंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रोजगार सृजन की दिशा में निरंतर प्रयास कर रहे हैं। बिहार में डबल इंजन की सरकार के तहत शिक्षकों की नियुक्ति और पुलिस सेवाओं में भर्ती हो चुकी है। प्रधानमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसरों के बारे में विस्तार से बताया है। हालांकि, कुछ लोग अपने माता-पिता के 15 साल के शासनकाल की बातें करते हैं। लेकिन, उन्हें यह समझना चाहिए कि नीतीश कुमार ने पिछले 20 वर्षों में बिहार के युवाओं के लिए लाखों रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं। आने वाले समय में 12 लाख और नियुक्तियों की योजना है, जो इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
--आईएएनएस
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