अंबाला , 12 नवंबर (आईएएनएस)। हरियाणा के अंबाला स्थित दरगाह को अवैध बताकर हिंदू संगठनों ने उसे तोड़ने की मांग प्रशासन से की है। प्रदर्शनकारी हिंदू संगठनों ने दो टूक कहा कि प्रशासन की तरफ से इसे 19 नवंबर तक नहीं हटाया, तो हम इसे 6 दिसंबर को खुद ही हटा देंगे।
इस दौरान हिंदू संगठनों के लोगों ने अपना रोष जाहिर करते हुए मौके पर हनुमान चालीसा का भी पाठ किया। वहीं, मौके पर स्थिति बिगड़ने की आशंका को ध्यान में रखते हुए बड़ी संख्या में पुलिसबलों को तैनात कर दिया गया है।
संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि कोर्ट द्वारा इस अवैध दरगाह को हटाए जाने का आदेश दिया जा चुका है। लेकिन, प्रशासन का रवैया देखिए अभी तक इस दिशा में कोई भी कदम नहीं उठाया जा रहा है, जिसे देखते हुए हम लोगों ने एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है और हमारा यह प्रदर्शन जारी रहेगा।
इस संबंध में संगठन के मंत्री धर्मेंद्र शर्मा ने कहा, “चार तारीख को इस संबंध में हमने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा और उन्हें 12 तारीख तक का समय देते हुए स्पष्ट कर दिया था कि अगर इस दिन तक इस दरगाह को नहीं हटाया गया, तो हम निश्चित तौर पर रोड़ जाम करेंगे। सेवा, सुरक्षा और संस्कार करना हमारा परम कर्तव्य है। अगर यह इस तरह से बढ़ेंगे, तो हमारे लिए यह खतरा उत्पन्न करेंगे। मैं सभी लोगों से यही आह्वान करता हूं कि आप लोग ना बंटे और ना ही कटे। हम सभी को एकजुट रहना होगा। जिलाधिकारी ने हमें कहा था कि हम 12 तारीख तक इस दरगाह को हटा देंगे। लेकिन, अभी तक नहीं हटाया गया है। अब हमने 19 तारीख तक का समय दिया है। मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि अगर इस तारीख तक दरगाह नहीं हटाया गया, तो हम आगामी 6 दिसंबर को इसे खुद हटा देंगे। इस दिन हमारा शौर्य दिवस है।”
उन्होंने आगे कहा, “जिस तरह से यह लोग लगातार हमारी जमीनों पर कब्जा जमा रहे हैं। यह आने वाले दिनों में हमारे बच्चों के लिए खतरा पैदा करेगा। लिहाजा हमें एकजुट होकर इसका मुकाबला करना होगा, तभी जाकर आगामी दिनों में स्थिति सामान्य हो पाएगी। मैं आप सभी लोगों से आह्वान करता हूं कि हम लोगों को एकजुट रहना है, ताकि हम इन असामाजिक तत्वों का सामना कर सके।”
हिंदू संगठन के नेता संदीप सचदेवा ने कहा, “एक सप्ताह पहले ही हमने इस संबंध में प्रशासन को शिकायत सौंपी थी। लेकिन, अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया। हाईकोर्ट के आदेश पर दरगाह की पैमाइश भी की जा चुकी है। इसके बावजूद अभी तक इस निर्माण को नहीं हटाया गया है। जिसे देखते हुए हमने आज विरोध प्रदर्शन किया है। अगर प्रशासन द्वारा अब कोई कदम नहीं उठाया गया, तो हम इसे खुद तोड़ देंगे। अब हमसे कहा गया है कि इस अवैध निर्माण को आगामी 19 तारीख को हटा दिया जाएगा। जिसे देखते हुए हम इसे तोड़ देंगे। लेकिन, अगर इसे इस दिन भी नहीं तोड़ा गया, तो हम इसे 6 दिसंबर को खुद ही तोड़ देंगे।”
एसडीएम दर्शन कुमार ने बताया कि दरगाह को अवैध बताया गया है। कोर्ट ने इसे तोड़ने का आदेश दिया है। प्रशासन इस दिशा में कार्रवाई कर रहा है। इसे अतिक्रमण बताकर हटाने को कहा गया है। जल्द ही इस दिशा में निर्धारित प्रक्रिया अनरूप आगे की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
अकबर अली साबरी ने कहा कि मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है, जिस पर 22 तारीख को सुनवाई है। लेकिन, यह लोग कह रहे हैं कि इससे पहले ही इसे तोड़ दिया जाए। अब आप बताइए कि कोर्ट के ऑर्डर से पहले ही इसे कैसे तोड़ा जा सकता है।”
--आईएएनएस
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