बीड, 14 नवंबर (आईएएनएस)। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव शुरू होने के कुछ दिन पहले ही एनसीपी (एसपी ) को झटका लगा है। भाजपा छोड़ एनसीपी (शरद पवार) में शामिल हुए भाजपा नेता और पंकजा मुंडे के करीबी माने जाने वाले रमेश आडसकर ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने चुनाव में बीड जिले की माजलगांव सीट से दावेदारी पेश की थी। लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया जिसके बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने का फैसला किया है।उन्होंने आईएएनएस से इस मामले में बात की। कहा, “मैं 27 साल से राजनीति में सक्रिय हूं। मैंने एक बार लोकसभा का चुनाव लड़ा है और एक बार विधानसभा का चुनाव भी लड़ा है। इसके अलावा, तीन बार हम जिला परिषद के चुनावों में भाग ले चुके हैं। हम विभिन्न संस्थाओं में भी सक्रिय रूप से काम करते हैं और हमेशा लोगों के साथ रहते हैं। पिछले समय में कुछ लोगों ने हमें धोखा दिया, जिसके कारण हम चुनाव हार गए, लेकिन पिछले 5 सालों में हम लगातार लोगों के सुख-दुख में उनके साथ खड़े रहे और उनके हर काम में साथ दिया। "
उन्होंने आगे कहा, हम हमेशा उनके साथ काम करते रहे, चाहे वह किसी भी मुद्दे से जुड़ा हो। अब हम यह चुनाव इस वादे को पूरा करने के लिए लड़ रहे हैं, जो हमने आपसे पहले किया था कि आपको टिकट मिलेगा और हम चुनाव में आपके लिए खड़े रहेंगे।
बता दें कि माजलगांव सीट पर रमेश आडसकर के चुनाव मैदान में उतरने से मुकाबला बड़ा रोचक हो गया है। यहां पर 2019 के चुनावों में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने विजय हासिल की थी। माजलगांव सीट महाराष्ट्र के बीड जिले में स्थित है। 2019 में माजलगांव में कुल 48.86 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। इस चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रकाश सुंदरराव सोलंकी ने भारतीय जनता पार्टी के रमेश आडसकर को 12,890 वोटों के अंतर से हराया था।
--आईएएनएस
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