अजमेर, 19 नवंबर (आईएएनएस)। अजमेर का होटल 'खादिम' अब होटल अजयमेरू होगा। इसके लिए टूरिज्म डिपार्टमेंट ने आदेश जारी कर दिया है। विभाग ने विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के निर्देश के बाद ये आदेश जारी किए।राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के निर्देश पर अजमेर की आरटीडीसी होटल खादिम का नाम बदलने पर भाजपा कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है। सभी ने एक दूसरे को मिठाइयां बांटकर अपनी खुशी जाहिर की।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने पिछले दिनों पर्यटन विभाग एवं राजस्थान टूरिज्म डवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड को निर्देश दिए थे कि अजमेर में कलेक्ट्रेट के सामने स्थित होटल खादिम का नाम बदला जाए। यह होटल अजमेर आने वाले सैलानी, अधिकारी-कर्मचारी और आमजन के ठहरने की प्रसिद्ध जगह है।
इसका नाम भी अजमेर की प्राचीन संस्कृति, पहचान, इतिहास एवं सामाजिकता से जुड़ा होना चाहिए। सम्राट पृथ्वीराज चौहान और इससे भी पहले अजमेर का नाम अजयमेरू ही प्रसिद्ध था।
प्राचीन भारतीय ग्रंथों और इतिहास की किताबों में अजमेर का नाम अजयमेरू है। ऐसे में अजमेर आने वाले प्रत्येक सैलानी तक आसानी से कनेक्ट करने के लिए होटल का नाम अजयमेरू होना चाहिए।
गौरतलब है कि देवनानी ने अजमेर के किंग एडवर्ड मेमोरियल का भी नाम बदल कर प्रसिद्ध संत स्वामी दयानंद सरस्वती के नाम पर करने के निर्देश दिए हुए हैं।
इतिहासकारों के अनुसार, अजयमेरू का नाम अजमेर के महाराजा अजयराज चौहान के नाम पर पड़ा था। उन्होंने सातवीं शताब्दी में अजयमेरू की नींव रखी थी। यही कारण है कि प्राचीन इतिहास में शहर का नाम अजयमेरू लिखा गया है।
देवनानी ने निर्देश के बाद राजस्थान टूरिज्म डेवलपमेंट कारपोरेशन की प्रबंध निदेशक सुष्मा अरोड़ा ने सोमवार को यह आदेश जारी किए। कार्पोरेशन के संचालक मंडल की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुपालन में होटल खादिम का नाम होटल अजयमेरू किया गया है।
राजस्थान पर्यटन विकास निगम का उपक्रम होटल अजयमेरू अजमेर शहरवासियों को किफायती दरों पर शादी, सगाई, जन्मदिन, सालगिरह और अन्य पारिवारिक आयोजनों के लिए आवास, खानपान, बार और अन्य सुविधा उपलब्ध करवा रहा है। होटल अजयमेरू में अलग-अलग श्रेणी के सुसज्जित और न्यूली रिनोवेटेड 57 कमरे ठहरने के लिए उपलब्ध है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार के कर्मचारियों, वरिष्ठ नागरिकों एवं महिलाओं को किफायती दरों पर ठहरने की सुविधा उपलब्ध है।
इसी प्रकार दिव्यांग, पुरस्कृत खिलाड़ी, पत्रकार, स्कूली विद्यार्थी एवं प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों के लिए भी काफी किफायती दर पर आवास और भोजन सुविधा उपलब्ध है। होटल का प्रमुख आकर्षण बस स्टेंड से नजदीक, रेलवे स्टेशन से मात्र 2 किलोमीटर की दूरी पर होना भी है।
होटल के कार्यालय सहायक रणजीत सिंह चारणने ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “आज होटल के नाम के बैनर वगैरह लगा दिए जा जाएंगे। शुरू से ही इस होटल का नाम खादिम था। लेकिन, अभी इसके नाम को बदल दिया गया है।”
शहरवासी रचित कच्छावा ने आईएएनएस से बातचीत में बताया, “आज अजमेर के इतिहास में गर्व और गौरव का दिन है, क्योंकि अजमेर के इतिहास को जोड़ने का काम विधानसभा अध्यक्ष ने किया है। जिस प्रकार राज्य सरकार के पर्यटन विभाग ने अधिसूचना जारी कर इसका नाम बदला है, इसके लिए मैं विधानसभा अध्यक्ष का धन्यवाद करता हूं। क्योंकि जो भी पर्यटक यहां आएगा, वो इसके नाम को जानने की कोशिश करेगा। वह ये भी जानेगा कि अजमेर का इतिहास राजा अजय चौहान से जुड़ा हुआ है। उन्हीं के नाम पर अजमेर का नाम अजयमेरू हुआ था। धीरे-धीरे इसका नाम अजमेर हुआ।"
उन्होंने कहा कि होटल में सभी लोगों को अलग-अलग तरह की सुविधाएं दी जाएंगी।
--आईएएनएस
एसएचके/एएस