मुंबई, 11 सितंबर (आईएएनएस)। मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने जांच में आगे बढ़ते हुए फरार घोटालेबाज दंपति अशेष मेहता और उनकी पत्नी शिवांगी लाड-मेहता के कथित स्वामित्व वाले अन्य 11 बैंक खातों और पांच प्रमुख संपत्तियों को जब्त कर लिया है। अधिकारियों ने यह जानकारी सोमवार को दी।अनुमानित 16 करोड़ रुपये की पांच आवासीय संपत्तियां कांदिवली, गोरेगांव और सांताक्रूज में हैं, जबकि मेहता दंपति और उनकी कंपनियों के 11 बैंक खाते भी फ्रीज कर दिए गए हैं।
सत्तारूढ़ शिवसेना के प्रवक्ता कृष्णा हेगड़े ने कहा, "मुंबई पुलिस ईओडब्ल्यू ने मेरी शिकायतों पर तुरंत संज्ञान लिया है और अब तक उन्होंने पूरे भारत में 4,000 से अधिक निवेशकों को धोखा देकर और फिर गायब होकर मेहता दंपत्ति द्वारा निकाले गए लगभग 175 करोड़ रुपये जब्त कर लिए हैं।"
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि ईओडब्ल्यू ने पूरे घोटाले में रिश्तेदारों, दोस्तों, व्यापारिक सहयोगियों और अन्य लोगों से भी पूछताछ शुरू कर दी है और लापता जोड़े का पता लगाने का प्रयास किया है, जो अब लगभग चार महीने से रडार से दूर हैं।
हेगड़े ने मुंबई पुलिस से संपत्तियों को नष्ट करने और इन जमे हुए बैंक खातों में पड़े पैसे को जारी करने के लिए आवश्यक कानूनी औपचारिकताओं में तेजी लाने का आग्रह किया, जिन्हें जरूरतमंद निवेशकों के बीच वितरित किया जा सकता है, जिनकी मेहनत की कमाई बर्बाद हो गई है।
पिछले महीने, हेगड़े द्वारा घोटालेबाज दंपत्ति के विभिन्न सहयोगियों या संस्थाओं को लगभग 180 करोड़ रुपये की आश्चर्यजनक निकासी-हस्तांतरण की जांच की मांग करने के बाद मुंबई पुलिस ने मेहता परिवार पर सख्ती की।
आईएएनएस ने इस मामले को जून-जुलाई में तब उजागर किया था, जब मध्य प्रदेश पुलिस एक ड्रग मामले की जांच कर रही थी जो मेहता दंपति से जुड़ा था। मप्र में एक एनडीपीएस मामले के अलावा, दंपति पर मनी-लॉन्ड्रिंग, अवैध पोंजी योजनाएं चलाने, भोले-भाले निवेशकों को धोखा देने और भागने से पहले 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की अन्य धोखाधड़ी का आरोप है।
एमपी और महाराष्ट्र पुलिस ने पिछले कुछ महीनों में मुंबई में मेहता परिवार के घरों और कार्यालयों की जांच की है, लेकिन वे दंपति का पता नहीं लगा पाए हैं।
लोगों से कई शिकायतें मिलने के बाद हेगड़े ने जुलाई में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से संपर्क किया था, जिन्होंने जोड़े के लिए लुक आउट सर्कुलर जारी करने और मुंबई के विशेष पुलिस आयुक्त देवेन भारती और संयुक्त आयुक्त निशीथ मिश्रा को जांच तेज करने का निर्देश दिया।
--आईएएनएस
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