अयोध्या, 20 जनवरी (आईएएनएस)। 22 जनवरी को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की अपने दिव्य-भव्य मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा होगी। 140 करोड़ भारतवासियों के दिल में यह आयोजन त्रेतायुगीन वैभव की अनुभूति कराए, इसके लिए योगी सरकार पुरजोर मेहनत कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद भी निरंतर दौरा कर जमीनी हकीकत से रूबरू हो रहे हैं। श्रीराम के मंदिर में विराजमान होने को देखते हुए योगी आदित्यनाथ ने प्रशासन व विभागीय अधिकारियों की समीक्षा की थी। उनके निर्देश पर वन विभाग भी रामनगरी को दिव्यतम अयोध्या के रूप में सजा रहा है। वन विभाग की टीम हरित अयोध्या के निर्माण में जुटी है। धर्मपथ हो या रामपथ, इसे इतने खूबसूरत ढंग से सजाया गया है कि पहली ही नजर में अयोध्या आंखों और दिल को भा जाए।
नगर विकास के एक अधिकारी ने बताया कि सआदतगंज से नया घाट को जोड़ने वाले राम पथ पर वन विभाग की तरफ से तेजी से सुंदरीकरण का कार्य कराया गया है। इस पथ पर तीन किमी. मार्ग के मध्य डिवाइडर में बौगेनवेलिया का रोपण किया गया है। बौगेनवेलिया के चार रंग (गुलाबी, बैंगनी, सफेद व भगवा) से राम पथ को सुसज्जित किया गया है। राम पथ के दोनों तरफ सड़क के किनारे सीमेंट गार्ड से सुरक्षित टेरोरोजिया का रोपण किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि साकेत पेट्रोल पंप से लता मंगेशकर चौक को जोड़ता दो किमी. मार्ग पर मध्य डिवाइडर पर टेरोरोजिया व बौगेनवेलिया रोपित किया गया है। यह धर्मपथ की शोभा बढ़ा रहा है। धर्म पथ की सौंदर्यता को बढ़ाने के लिए यहां बौगेनवेलिया के तीन रंगों (गुलाबी, सफेद व बैंगनी) का प्रयोग किया गया है। इन्हीं तीनों रंगों को साइड डिवाइडर पर भी रोपित कर भव्य बनाया गया है। सरयू नदी तट व राम की पैड़ी के समीप नंदन वन की स्थापना वन विभाग द्वारा किया गया है।
इस वन में पीपल, पाकड़, कदंब, गुटेल, जामुन जैसी प्रजातियों को रोपित किया गया है। नंदन वन को बंदरों व मवेशियों से बचाने के लिए चारों तरफ से कंटीले तारों से घेरा गया है, जिससे पौधे व वृक्षों की रक्षा हो सके।
डीएफओ शितांशु पांडेय ने बताया कि रामपथ, धर्मपथ व राम जन्मभूमि पथ पर वन विभाग द्वारा सजावट कराया गया है। बोगनवेलिया से डिवाइडर बनाया जा रहा है। अभी पौधे लगाकर इन्हें सजाया गया है। वृक्षारोपण में समय लगता है। भव्य दिख रहे यह मार्ग दो-तीन साल बाद और सुंदर नजर आएंगे। आने वाले समय में पथ गुलाबी व पीले फूलों से खूबसूरत नजर आएंगे।
--आईएएनएस
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