अगरतला/इंफाल/शिलांग, 21 जनवरी (आईएएनएस)। मेघालय, त्रिपुरा और मणिपुर ने रविवार को अलग-अलग रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम और अन्य समारोह आयोजित करके अपना 52वां राज्य दिवस मनाया।लगभग नौ महीने तक चली जातीय हिंसा के कारण उत्पन्न मौजूदा कानून और व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए मणिपुर में राज्य दिवस समारोह कम महत्वपूर्ण थे। हालांकि, मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने इंफाल में पहली बटालियन मणिपुर बटालियन ग्राउंड में दिन के मुख्य समारोह को संबोधित किया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, भाजपा अध्यक्ष जे.पी.नड्डा और कई केंद्रीय मंत्रियों और पड़ोसी पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने तीनों राज्यों के लोगों को शुभकामनाएं दीं।
तीनों राज्यों के लोगों को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने एक्स पर अलग-अलग संदेशों में कहा : "त्रिपुरा के लोगों को राज्य दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं। यह दिन राज्य के अद्वितीय इतिहास और समृद्ध विरासत का जश्न मनाए। समृद्धि की कामना करता हूं और त्रिपुरा के लोगों के लिए मेरी सद्भावना।”
"मणिपुर के राज्यत्व दिवस पर राज्य के लोगों को मेरी शुभकामनाएं। मणिपुर ने भारत की प्रगति में मजबूत योगदान दिया है। हम राज्य की संस्कृति और परंपराओं पर गर्व करते हैं। मैं मणिपुर के निरंतर विकास के लिए प्रार्थना करता हूं।"
मोदी ने कहा, "मेघालय के लोगों को राज्य स्थापना दिवस की शुभकामनाएं! आज मेघालय की अविश्वसनीय संस्कृति और वहां के लोगों की उपलब्धियों का जश्न मनाने का अवसर है। आने वाले समय में मेघालय प्रगति की नई ऊंचाइयों को छुए।"
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी ने रविवार को तीन पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों को उनके राज्य दिवस पर शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने भी पूर्वोत्तर के तीन राज्यों के लोगों को शुभकामनाएं दीं।
एक्स पर प्रधानमंत्री की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए, मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा ने कहा : "आपके नेतृत्व और मार्गदर्शन में हम यह सुनिश्चित करेंगे कि मेघालय शांति और प्रगति की नई ऊंचाइयों तक पहुंचे।"
त्रिपुरा में दिन का मुख्य समारोह अगरतला में आयोजित किया गया और मुख्यमंत्री माणिक साहा ने विभिन्न क्षेत्रों में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए कई बुद्धिजीवियों और गणमान्य व्यक्तियों को सम्मानित किया।
अक्टूबर 1949 में त्रिपुरा और मणिपुर की पूर्ववर्ती रियासतों का भारतीय संघ में विलय कर दिया गया और 21 जनवरी 1972 को पूर्ण राज्य बन गए। उसी दिन पूर्ण राज्य बनने से पहले मेघालय असम का हिस्सा था।
पूर्वोत्तर क्षेत्र (पुनर्गठन) अधिनियम, 1971 के तहत सभी तीन पूर्वोत्तर राज्य पूर्ण राज्य बन गए।
तीनों राज्यों ने इस दिन को मनाने के लिए कार्यक्रमों की एक श्रृंखला बनाई है और भविष्य में इन राज्यों को विकसित करने के लिए कई कल्याणकारी कार्यक्रमों और विभिन्न योजनाओं की घोषणा की है।
--आईएएनएस
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