ब्लैक फ्राइडे अभी है! 60% की छूट InvestingPro तक का लाभ उठाने से न चूकेंसेल को क्लेम करें

धर्म के आधार पर आरक्षण देकर देश को फिर से बंटवारे की तरफ ले जा रही कांग्रेस : असीम अरुण

प्रकाशित 01/05/2024, 07:06 pm
धर्म के आधार पर आरक्षण देकर देश को फिर से बंटवारे की तरफ ले जा रही कांग्रेस : असीम अरुण

नई दिल्ली, 1 मई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के वर्तमान मंत्री और आईपीएस अधिकारी रह चुके असीम अरुण ने कांग्रेस पर देश को एक बार फिर से बंटवारे की ओर ले जाने का आरोप लगाया है।भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में आईएएनएस द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए असीम अरुण ने कांग्रेस के साथ-साथ सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पर भी जमकर निशाना साधा।

उत्तर प्रदेश के कन्नौज सदर से विधायक असीम अरुण ने कहा कि भाजपा ने लगातार संविधान की रक्षा की है और ये सब जानते हैं। जहां तक अखिलेश यादव की बात है वह बहुत डरते और सकुचाते हुए अंतिम समय में कन्नौज से लड़ने आए। लेकिन पीडीए यानी पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक की बात करने वाले अखिलेश यादव बताएं कि क्या यह देश सिर्फ बंटवारे की राजनीति पर चलेगा ? क्या उनको सिर्फ 3 ही जातियों का वोट चाहिए ? क्या वह सिर्फ 3 ही जाति के सांसद बनेंगे ? क्या बाकी लोगों को उन्होंने छोड़ दिया ?

उन्होंने कहा कि इसके बजाय भाजपा सबका साथ-सबका विकास की बात करती है। हम हर धर्म, हर जाति और हर संप्रदाय के लोगों के पास हर मोहल्ले में जाते हैं और हर घर जाकर वोट मांगते हैं। भाजपा कभी भी बंटवारे की राजनीति नहीं करती।

असीम अरुण ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि यह झूठा नैरेटिव फैलाया जा रहा है कि भाजपा संविधान को बदलने वाली है और आरक्षण को खत्म करने जा रही है। इसके लिए काट-छांटकर एआई की मदद से फर्जी वीडियो बनाया जा रहा है जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बार-बार यह कह चुके हैं कि बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान को कोई बदल नहीं सकता और जब तक भाजपा की सरकार है कोई भी आरक्षण नहीं छीन सकता।

उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने जो संविधान बनाया, उसकी मूल संरचना को बदलने का अधिकार किसी को नहीं है। मूल संरचना को क्षति पहुंचाए बिना संविधान के अंदर बदलाव किया जा सकता है और भाजपा ने उसका बहुत ही सकारात्मक उपयोग किया है। भाजपा ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम के जरिए महिलाओं को आरक्षण देकर संविधान को मजबूत और सामाजिक न्याय की परिकल्पना को आगे बढ़ाने का काम किया। जबकि इसके विपरीत, जब इंदिरा गांधी को एक मामले में हाई कोर्ट द्वारा अयोग्य करार दे दिया गया था और उनकी प्रधानमंत्री की कुर्सी जा रही थी, तब उन्होंने संविधान को बदलने का कुत्सित प्रयास किया था। उन्होंने संशोधन किया कि न्यायपालिका को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, उपराष्ट्रपति, स्पीकर के चुनाव को चुनौती देने वाली याचिकाएं सुनने का अधिकार नहीं होगा और जब न्यायपालिका ने उन्हें रोक दिया तो उन्होंने देश में आपातकाल लगा दिया। इसके अलावा भी कांग्रेस ने कई बार संविधान को बदलने का प्रयास किया।

उन्होंने कहा, कर्नाटक में कांग्रेस ने संविधान में कुछ ऐसे परिवर्तन करने की कोशिश की है, जिसमें एससी, एसटी,ओबीसी के आरक्षण को मुस्लिम समाज को देने की कोशिश की। बाबा साहेब ने जो कल्पना की थी, वो वंचित समाज की थी, धर्म के आधार पर नहीं थी। जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 के कारण वहां के लोगों को आरक्षण का लाभ नहीं मिल रहा था। मोदी सरकार ने जब जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाया तब जाकर वहां आरक्षण का प्रावधान लागू हुआ। लेकिन कांग्रेस सत्ता में आने पर फिर से 370 वापस लागू करने की बात कह रही है।

--आईएएनएस

एसटीपी/एसकेपी

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित