भोपाल, 24 सितंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस के दावेदारों की नजर उम्मीदवारों की सूची पर टिकी हुई है। यही कारण है कि भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा हो या कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा, इनमें दावेदार अपने समर्थकों के जरिए पूरा जोश दिखा रहे हैं और कई जगह तो उनका जोश मुसीबत भी बन रहा है।राज्य में संभावना इस बात की है कि नवंबर-दिसंबर में विधानसभा के चुनाव हो सकते हैं। इस बार राजनीतिक दल पिछले चुनाव की तुलना में जल्दी उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करना चाहते हैं और यही कारण है कि भाजपा के उम्मीदवारों की पहली सूची भी आ चुकी है।
इस सूची में 39 नाम है, वहीं दूसरी सूची की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और कभी भी जारी हो सकती है।
चुनाव प्रबंधन समिति के प्रमुख केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी सूची जारी होने की बात कह रहे हैं।
एक तरफ जहां भाजपा पहली सूची जारी कर चुकी है और दूसरी सूची कभी भी जारी होने की संभावना है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस भी उम्मीदवारों के मंथन में लगी हुई है।
प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ का कहना है कि सूची तो आती रहेगी, मगर उम्मीदवारों को हम इशारा अभी कर देंगे। वैसे सोमवार को पार्टी की दिल्ली में बैठक होने वाली है।
पिछले दिनों भाजपा कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए जन आशीर्वाद यात्रा निकाली, जिसमें दावेदारों ने अपनी शक्ति का भरपूर प्रदर्शन किया, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस जन आक्रोश यात्रा निकाल रही है और इस यात्रा के दौरान दावेदार अपने समर्थकों के साथ यात्राओं को सफल बनानेे के लिए ताकत झोंक हुए हैं।
दावेदारों में कई स्थानों पर आपस में टकराव भी देखने को मिला और राजनीतिक दलों के सामने विषम परिस्थितियों भी खड़ी हो गई।
कुल मिलाकर दावेदारों के साथ उनके उम्मीदवारों का जोश हाई है और यही जोश कई जगह मुसीबत भी बन रहा है।
--आईएएनएस
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