नई दिल्ली, 24 नवंबर (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने हत्या के प्रयास और जबरन वसूली मामले में वांछित दिनेश कराला और जितेंद्र गोगी गिरोह के दो शार्पशूटरों को गिरफ्तार किया है। शार्पशूटरों की पहचान हरियाणा के रहने वाले कार्तिक (22) और प्रदीप (21) के रूप में हुई।
हाल ही में 7 नवंबर को कार्तिक और प्रदीप उत्तम नगर के ओम विहार इलाके में पहुंचे थे और प्रॉपर्टी डीलर (गौरव होम्स एंड बिल्डर) के मालिक पर गोलीबारी की थी।
गोली उनके ऑफिस के शीशे के दरवाजे पर लगी। उन्होंने दिनेश कराला के निर्देश पर वहां एक लेटर भी छोड़ा।
लेटर में, उन्होंने उन्हें दिनेश कराला से मिलने के लिए कहा और यह भी धमकी दी कि अगर वह "दिनेश भाई" से नहीं मिले, तो ऑफिस के अंदर बैठे व्यक्ति को गोली मारी जाएगी और उनके निर्माण स्थलों पर हथगोले फेंके जाएंगे।
मौके से भागते समय शूटरों ने लोगों के बीच खौफ पैदा करने के लिए हवा में कई राउंड फायरिंग की।
विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र सिंह यादव ने कहा, ''जांच के दौरान, एक विशिष्ट इनपुट प्राप्त हुआ कि बिंदापुर पुलिस स्टेशन के सनसनीखेज हत्या के प्रयास और जबरन वसूली मामले में शामिल दिनेश कराला जितेंद्र गोगी गिरोह के सक्रिय शूटर द्वारका क्षेत्र में जघन्य अपराध करने के लिए झरोदा कलां नाला के माध्यम से दिल्ली आएंगे।''
इसके बाद जाल बिछाया गया और दोनों को पकड़ लिया गया। दिनेश कराला मकोका, हत्या और अन्य जघन्य मामलों में मंडोली जेल में बंद है।
गैंग लीडर जितेंद्र गोगी के खात्मे के बाद दिनेश कराला ने गैंग की जिम्मेदारी ली और जेल से अपने गैंग को ऑपरेट करना शुरू कर दिया।
यादव ने कहा, ''पहले, उन्होंने गिरोह चलाने के लिए दीपक बॉक्सर को जिम्मेदारी सौंपी, लेकिन दीपक बॉक्सर की गिरफ्तारी के बाद, दिनेश कराला ने फिर से गिरोह की कमान संभाली और सट्टा संचालकों, बूटलेगर्स, प्रॉपर्टी डीलरों, बिल्डरों आदि से फिरौती की रकम मांगना शुरू कर दिया।
वह अपने सहयोगियों को, जो जेल से बाहर हैं, उन बेरोजगार युवाओं को भर्ती करने का काम सौंपता है, जिन्हें पैसे की जरूरत होती है। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को भी दिए गए कार्य को अंजाम देने के लिए दिनेश कराला के सहयोगियों द्वारा भर्ती किया गया था। ''
--आईएएनएस
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