आदित्य रघुनाथ द्वारा
Investing.com -- Orchid Pharma Ltd (NS:ORCD) का शेयर मूल्य प्रक्षेपवक्र नवंबर में फिर से सूचीबद्ध होने के बाद से खुदरा निवेशकों के ऐसे शेयरों में फंसने का एक उत्कृष्ट उदाहरण है, जिनसे बाहर निकलना बहुत मुश्किल है।
आर्किड फार्मा पिछले साल एनसीएलटी (नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल) के माध्यम से चला गया और धानुका लैब्स द्वारा अधिग्रहित किया गया, जिसके पास कंपनी का 98% से अधिक स्वामित्व था। कंपनी 3 नवंबर, 2020 को 18 रुपये प्रति शेयर पर स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध हुई।
अगले पांच महीनों में 1 अप्रैल, 2021 को स्टॉक 14,277% बढ़कर 2,588.4 रुपये हो गया। तब से, स्टॉक अपने मूल्य का 69% से अधिक खो चुका है और वर्तमान में 786.05 रुपये पर कारोबार कर रहा है। जब स्टॉक गिरता है, तो यह 5% के निचले सर्किट में बंद हो जाता है।
एनएसई के आंकड़े बताते हैं कि 3 नवंबर से 5 अप्रैल के बीच ऑर्किड फार्मा का एक भी शेयर डिलीवरी में नहीं लिया गया।
24 जून, 2021 को धानुका लैब्स ने ऑर्किड फार्मा के शेयरों के लिए 375 रुपये प्रति शेयर पर ऑफर-फॉर-सेल (ओएफएस) की घोषणा की। ओएफएस अंतत: 451 रुपये प्रति शेयर पर चला गया। जाहिर तौर पर कोई नहीं सोचता कि ऑर्किड के शेयरों की कीमत इससे ज्यादा है। बाजार के जानकारों के मुताबिक शेयरों में और गिरावट आने की संभावना है।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड के नियमों के अनुसार, प्रमोटरों को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि कंपनी की कम से कम 10% हिस्सेदारी जनता के पास है, जिसका अर्थ है कि धानुका को अपनी हिस्सेदारी 90% तक कम करनी होगी।