देहरादून, 31 मई (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार का शोर गुरुवार शाम को थम गया। अब 1 जून को सातवें और आखिरी चरण का मतदान है। इसके बाद 4 जून को नतीजों की घोषणा की जाएगी।उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों के लिए 19 अप्रैल को 83,21,207 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस बार उत्तराखंड में भाजपा, कांग्रेस समेत दूसरे दलों के नेताओं ने धुआंधार प्रचार किया। भाजपा ने जहां '400 पार' के नारे के साथ प्रचार को धार दी, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने महंगाई, बेरोजगारी, संविधान जैसे मुद्दे उठाकर मोदी सरकार को घेरा।
भाजपा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड में पहली चुनावी रैली की। पीएम मोदी ने प्रदेश में दो चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया। पीएम मोदी की पहली चुनावी रैली रुद्रपुर में हुई और दूसरी बार उन्होंने ऋषिकेश में जनसभा को संबोधित किया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने तीन जनसभाओं को संबोधित किया। उन्होंने प्रदेश की पिथौरागढ़, विकासनगर और हरिद्वार में जनसभा को संबोधित किया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हल्द्वानी, श्रीनगर, देहरादून, रुड़की में जनसभाओं को संबोधित किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पौड़ी गढ़वाल सीट से भाजपा प्रत्याशी अनिल बलूनी के लिए चुनाव प्रचार किया। उनकी दूसरी जनसभा नैनीताल में हुई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कोटद्वार में भाजपा के लिए प्रचार किया और लोगों से भाजपा को समर्थन देने की अपील की।
दूसरी तरफ कांग्रेस के लिए पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने रामनगर और रुड़की में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार पर खूब जुबानी हमले किए। इसके साथ ही कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने रुद्रपुर में रैली को संबोधित करते हुए पार्टी के लिए समर्थन मांगा।
भाजपा और कांग्रेस के अलावा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने मंगलोर के लिब्बरहेड़ी में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए जीत दिलाने की अपील की। अगर चुनाव प्रचार को देखें तो भाजपा के स्टार प्रचारकों ने धुआंधार रैलियां की। माना जा रहा है कि उत्तराखंड की सभी पांचों सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच ही सीधा मुकाबला है।
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स्मिता/एबीएम