गाजा, 17 अक्टूबर (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि पिछले 24 घंटों में इजरायली हवाई हमले में सात नागरिक सुरक्षा अधिकारियों की मौत के बाद गाजा में ड्यूटी के दौरान मारे गए मानवीय कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 31 हो गई है।मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (ओसीएचए) ने अपने नवीनतम अपडेट में कहा, ''सोमवार को, हवाई हमले के दौरान सात नागरिक सुरक्षा सदस्य मारे गए, जिससे ड्यूटी के दौरान मारे गए मानवीय कर्मचारियों की कुल संख्या 31 हो गई।''
संयुक्त राष्ट्र निकाय ने कहा कि हमास-नियंत्रित एन्क्लेव में लगातार छठे दिन पूरी तरह से बिजली गुल है।
अपडेट में कहा गया है, "अस्पताल ढहने की कगार पर हैं। बैकअप जनरेटर संचालित करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला ईंधन भंडार लगभग पूरी तरह से समाप्त हो गया है, जिससे हजारों मरीजों का जीवन खतरे में पड़ गया है।"
रविवार को इजरायली अधिकारियों ने पूर्वी खान यूनिस क्षेत्र में आंशिक जल आपूर्ति फिर से शुरू कर दी, जिससे संघर्ष शुरू होने से पहले गाजा पट्टी में खपत किए गए पानी का 4 प्रतिशत से भी कम पानी उपलब्ध हो सका।
इस बीच, यूनिसेफ के नेतृत्व वाले डब्ल्यूएएसएच क्लस्टर ने कहा कि अगर पानी और ईंधन को तुरंत प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई तो आबादी को मृत्यु या संक्रामक बीमारी फैलने का आसन्न खतरा है।
ओसीएचए ने यह भी चेतावनी दी कि संघर्ष की शुरुआत के बाद से आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों (आईडीपी) की कुल संख्या 1 मिलियन यानि दस लाख तक पहुंच सकती है, जिसमें अकेले मध्य और दक्षिणी गाजा में संयुक्त राष्ट्र राहत कार्य एजेंसी द्वारा नामित आपातकालीन आश्रयों में रहने वाले लगभग 333,000 आईडीपी शामिल हैं।
इस बीच, मंगलवार सुबह तक गाजा में मरने वालों की संख्या 2,778 थी, जबकि 9,938 लोग घायल हुए हैं।
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 47 परिवार के सभी सदस्य मारे गए हैं, जिनकी संख्या लगभग 500 है।
आधिकारिक इजरायली सूत्रों के अनुसार, यहूदी राष्ट्र में कम से कम 1,300 इजरायली और विदेशी नागरिक मारे गए हैं, जबकि 4,121 अन्य घायल हुए हैं।
2005 में ओसीएचए द्वारा हताहतों की संख्या दर्ज करना शुरू करने के बाद से मरने वालों की संख्या मारे गए इजराइलियों की कुल संख्या से तीन गुना अधिक है।
--आईएएनएस
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